विपक्षी दलों के नेताओं ने रीजीजू की टिप्पणी की आलोचना की - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

विपक्षी दलों के नेताओं ने रीजीजू की टिप्पणी की आलोचना की

कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को ‘‘भारत विरोधी गिरोह’’ का हिस्सा बताने संबंधी केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू की टिप्पणी को लेकर रविवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने उन पर निशाना साधा।

कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को ‘‘भारत विरोधी गिरोह’’ का हिस्सा बताने संबंधी केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू की टिप्पणी को लेकर रविवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने उन पर निशाना साधा।
रीजीजू ने दावा किया है कि ‘‘भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा’’ बन चुके कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश और कुछ कार्यकर्ता कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए। विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा है कि रीजीजू को इस तरह के दावों को लेकर सबूत देना होगा।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि यह न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश है। उन्होंने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह किस तरह का लोकतंत्र है? क्या कानून मंत्री को न्यायपालिका को धमकाना शोभा देता है? यह उन न्यायाधीशों के लिए खतरा है जो सरकार के सामने झुकने से इनकार करते हैं और यह न्यायपालिका पर दबाव बनाने का प्रयास है।’’
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ में रीजीजू ने ये टिप्पणियां की थी। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए कहा, ‘‘सेवानिवृत्त न्यायाधीशों में- शायद तीन या चार न्यायाधीश और कुछ कार्यकर्ता ऐसे हैं, जो भारत-विरोधी गिरोह का हिस्सा हैं- ये लोग कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए।’’
रीजीजू ने कहा, ‘‘कुछ लोग अदालत भी जाते हैं और कहते हैं कि कृपया सरकार पर लगाम लगाएं, कृपया सरकार की नीति बदलें। ये लोग चाहते हैं कि न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए, जो संभव नहीं हो सकता।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि न्यायपालिका तटस्थ है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जवाहर सरकार ने कहा कि एक मंत्री इस तरह की टिप्पणी कर ऐसे ही नहीं बच सकते। उन्होंने कहा, ‘‘सबूत दीजिए। धमकाएं नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया और हिंदू महासभा ने अंग्रेजों का समर्थन किया। हमें भारत समर्थक, भारत विरोधी ज्ञान मत दें।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कानून मंत्री ‘‘किसी डाकू की तरह बात कर रहे हैं।’’ उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘न्याय मंत्री अन्याय का प्रचार कर रहे हैं। उनका बयान स्वतंत्रता के लिए खतरा नहीं है तो क्या है?’’
राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने भी मंत्री पर कटाक्ष किया। सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘रीजीजू: कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा हैं। मेरी प्रतिक्रिया : सरकार में कुछ नेता ‘पता नहीं क्या कहते हैं गैंग’ का हिस्सा हैं।’’
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता और केरल के पूर्व वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने सवाल किया कि रीजीजू कानून मंत्री हैं या अराजकता मंत्री हैं। इसाक ने ट्वीट किया, ‘‘रीजीजू अब न्यायाधीशों को धमका रहे हैं कि कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा हैं। वह कानून मंत्री हैं या अराजकता मंत्री?’’

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