मुंबई : वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार को कहा कि शिवसेना राम मंदिर के मुद्दे को उठा रही है क्योंकि उसे 2019 के लोकसभा चुनावों में हार दिख रही है। इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोलापुर जिले के पंढरपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठाया था। चव्हाण ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टियां विकास एजेंडा लागू करने में नाकाम रही हैं, इसलिए शिवसेना मंदिर मुद्दा के सहारा ले रही है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि केंद्र और राज्य सरकारों ने विकास के मोर्चे पर क्या किया है। दोनों दल चुनाव में अपनी आसन्न हार को साफ देख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, वे राम मंदिर, राम मूर्ति, नाम बदलने और महाराष्ट्र में पंढरपुर यात्रा जैसे मुद्दों का जिक्र कर रहे हैं।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि उनके पुणे से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। उन्होंने कहा, मैंने इसे कराड, पुणे में कहा है और मैं इसे फिर से मुंबई में भी कह रहा हूं। मैं पुणे से चुनाव लड़ने के मुद्दे से कहीं से भी संबंधित नहीं हूं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डी वाई पाटिल के राकांपा में शामिल होने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में चव्हाण ने कहा कि वह पाटिल के दल बदलने की खबरें पढ़कर हैरान हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राकांपा आगामी चुनावों के लिए सीटों के तालमेल के लिए सौहार्द पूर्ण माहौल में बातचीत कर रही हैं और जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
किसानों की कर्ज माफी तक शांति से नहीं बैठेंगे : ठाकरे
शिवसेना ने सोमवार को एक बार फिर अपनी वरिष्ठ गठबंधन सहयोगी भाजपा पर जमकर हमला बोला है। शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रैफेल मामलें पर मोदी सरकार को कड़े हाथों लिया है। उद्धव ठाकरे ने जमकर हमला करते हुए कहा केंद्र सरकार ने रैफेल बनाने के लिए एक ऐसी कंपनी को दिया है। जिसे कोई अनुभव ही नहीं था।
ठाकरे ने घोटाले के गंभीर आरोप लगते हुए कहा की हमारे देश के सैनिकों को एक वेतन वृद्धि की आवश्यकता है उसको पूरा नहीं करती लेकिन हथियारों और गोला-बारूद की खरीद में घोटाले करते हैं। और यही ही नहीं ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा 30 साल हो गए हैं और अभी भी आप कहते हैं कि मामला अदालत में है। हिंदू निर्दोष हैं, लेकिन मूर्ख नहीं।
और कहा केंद्र सरकार राम मंदिर के मामलें पर कुंभकर्ण की नींद सो रही है लेकिन जनता इस बार उसे जगा देगी। उद्धव ने कहा कि वे जल्द ही वाराणसी जाएंगे और राम मंदिर निर्माण का आंदोलन तेजकरेंगे।राज्य के किसानों का कर्ज जब तक पूरी तरह माफ नहीं होता तब तक वह शांति से नहीं बैठेंगे। श्री ठाकरे ने कहा कि बहुत जल्द वह सूखा प्रभावित इलाके का दौरा शुरू करेंगे। केन्द, सरकार ने किसानों के लिए मदद के जो वादे किये थे उनका क्या हुआ।
उन्होंने कहा कि ‘जय किसान-जय जवान’ का नारा तो लगाया जाता है लेकिन किसानों को फसल बीमा में छला गया। उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मामलों के मंत्री रामविलास पासवान के सामने झुक गयी लेकिन भाजपा को उनसे पूछना चाहिए कि राम मंदिर के संबंध इन नेताओं की क्या राय है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मामला पिछले कई वर्षों से अदालत में चल रहा है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ जबकि गुजरात में मुठभेड़ में मारे गये सोहराबुद्दीन और अन्य मामले में सभी आरोपी बरी कर दिये गये। श्री ठाकरे ने कहा कि कहा जाता है राम मंदिर बनायेंगे, यह भी कहा जाता है कि उस स्थान पर राम मंदिर था, राम मंदिर है और रहेगा लेकिन राम मंदिर दिखेगा भी कभी। उन्होंने कहा कि लोग भाजपा और शिव सेना के गठबंधन के संबंध में पूछते हैं तो वह कहना चाहते हैं कि राज्य की जनता ही इसका निर्णय लेगी। उन्होंने जनता से अपील की जिस तरह तेलंगाना में क्षेत्रीय दल को विजय मिली है उसी तरह महाराष्ट्र शिव सेना का साथ वह साथ दे।