100 करोड़ रुपए मुआवजा घोटाला...अधिकारी पहुंचे नोएडा अथॉरिटी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

100 करोड़ रुपए मुआवजा घोटाला…अधिकारी पहुंचे नोएडा अथॉरिटी

नोएडा प्राधिकरण में मुआवजा वितरण में हुए कथित फर्जीवाड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक निर्देश के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे SIT के अध्यक्ष बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के चेयरमैन हेमंत राव, एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल और मेरठ मंडल की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. प्राधिकरण पहुंची।

HIGHLIGHTS

  • मामले पर वित्त विभाग और लैंड विभाग के अधिकारी मौजू   
  • SIT को अपनी रिपोर्ट चार सप्ताह में कोर्ट में देनी है 
  • वित्त विभाग और लैंड विभाग के अधिकारी मौजूद रहे 

मामले पर वित्त विभाग और लैंड विभाग के अधिकारी मौजू

गार्ड ऑफ आर्नर के बाद टीम प्राधिकरण के बोर्ड रूम गई, वहां फाइलों को खंगालने का काम शुरू किया। शनिवार को पहले ही 2010 से अब तक की जमीन अधिग्रहण से संबंधित फाइलों को मंगाया गया। जिनकी जांच की जा रही है। इसके बाद मुआवजा से संबंधित फाइलों को निकाला जाएगा। इस दौरान बोर्ड रूम में सीईओ, एसीईओ और वित्त विभाग और लैंड विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले भी नोएडा प्राधिकरण में एसआईटी ने चार दिन तक नोएडा प्राधिकरण में रहकर मामले की जांच की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 15 साल के मुआवजा वितरण और जमीन अधिग्रहण की जांच करने को कहा है। एसआईटी को अपनी रिपोर्ट चार सप्ताह में कोर्ट में देनी है। जांच विस्तार से होती है तो इसमें प्राधिकरण के भूलेख, वित्त से लेकर आला अधिकारियों के फंसने की नौबत आ सकती है।

SIT को अपनी रिपोर्ट चार सप्ताह में कोर्ट में देनी है

इस साल सितंबर में प्रदेश सरकार ने गेझा मुआवजा से संबंधित प्रकरण में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की थी। दरअसल, पूर्व के शासन में अतिरिक्त मुआवजे का खेल किया गया। करीब 100 करोड़ अतिरिक्त मुआवजा प्राधिकरण अधिकारियों ने किसानों के साथ मिलकर बांटा और आर्थिक लाभ कमाया। ये मामला 2015 के आसपास का है। जांच का दायरा अब बड़ा होगा। 30 मार्च 2002 से लेकर अब तक एसआईटी को मुआवजा और जमीन अधिग्रहण से जुड़े करीब 12 हजार से ज्यादा फाइलों की जांच करनी होगी। फिलहाल अभी 2010 की फाइलों को मंगाया गया है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

20 + 7 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।