राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को लश्कर-ए-मुस्तफा (एलईएम) संगठन के छह आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया, जो पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) का एक मुखौटा संगठन है। ये आतंकवादी जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में हमलों की साजिश रच रहे थे।
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि आरोपपत्र में एलईएम के स्वयंभू मुख्य कमांडर हिदायत उल्लाह मलिक और एक महिला बसीरत-उल-ऐन, दोनों दक्षिण कश्मीर के शोपियां निवासी और बिहार के देवबहुआरा-छपरा निवासी मुस्ताक आलम और उसके भाई जावेद आलम के नाम शामिल हैं।
आरोपपत्र में अनंतनाग के जे. मोहम्मद तीली और शोपियां के मुदाबीर मंजूर के नाम भी शामिल हैं।
मलिक को छह फरवरी को जम्मू के कुंजवानी इलाके से गिरफ्तार किया गया था जिसने पिछले साल अगस्त में एलईएम का गठन किया था।
प्रवक्ता ने कहा कि जांच से पता चला है कि मलिक आतंकवादी संगठन एलईएम का सरगना था और वह अपने सह-साजिशकर्ताओं के साथ, भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी कृत्यों की साजिश रच रहा था।
एनआईए ने कहा कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हमले के बाद जांच से बचने और जैश पर अंतरराष्ट्रीय दबाव को कम करने के लिए एलईएम का गठन चतुराई से किया गया था।