आपको साल 2005 का वह भारतीय क्रिकेट का सुनहरा दौर तो याद होगा जब न जाने कितने मैचों में धोनी और युवराज ने अपनी चौके और छक्कों की बारिश से भारत को जीत दिलाई। जहां लंबे बालों वाले धोनी अपने लंबे लंबे छक्कों के लिए जाने जाते हैं वहीं युवराज सिंह टीम इंडिया के सिक्सर किंग बन रहे थे। फिर आया वह टी20 वर्ल्ड कप जिसने इन दोनों खिलाड़ियों को महान बना दिया। जहां धोनी की कप्तानी में भारत ने पहला टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया वहीं उसको जीतने में जिस खिलाड़ी का सबसे बड़ा हाथ था वह थे युवराज सिंह। स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगाए उनके लगातार 6 छक्के तो आपको याद ही होंगे। फ़्लिंटॉफ़ का उनको उकसाना और फिर जो हुआ वो किसी इतिहास बनने से कम नहीं था। युवराज का सारा गुस्सा फ़्लिंटॉफ़ की जगह ब्रॉड पर निकल गया। क्रिकेट में हेलीकॉप्टर शॉट का चलन तो धोनी ने शुरू किया लेकिन उसके बाद इसे कई सारे बल्लेबाजों ने अपनाया. हर बल्लेबाज अपने-अपने तरीके से इसे खेलने लगा. लेकिन आज हम धोनी और युवराज की बात आखिर क्यों कर रहे हैं। तो अगर हम आपको बताएं कि इंटरनेशनल क्रिकेट में एक ऐसा खिलाड़ी भी है जो इस समय धोनी और युवराज की याद अकेले ही दिला दे तो कैसा रहेगा आप में से कुछ लोग बोलेंगे इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
HIGHLIGHTS
- Dipendra Singh Airee ने क़तर के खिलाफ लगातार 6 छक्के जड़े
- 10 गेंद में अर्धशतक जड़ चुके हैं
- टी20 वर्ल्ड कप में ग्रुप डी में हैं नेपाल
लेकिन आपको बता दें कि इस समय नेपाल क्रिकेट में एक ऐसा खिलाड़ी मौजूद है जो धोनी-युवराज की याद दिलाता है उस खिलाड़ी का नाम है Dipendra Singh Airee जिन्होंने कतर के खिलाफ ये कमाल किया। उनका कमाल सिर्फ हेलीकॉप्टर शॉट तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि उन्होंने एक ओवर में 6 छक्के लगाने का बेमिसाल काम भी किया, जिसके बाद Dipendra Singh Airee का नाम क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज होते देर नहीं लगा।
नेपाल के Dipendra Singh Airee ने इतिहास कैसे रचा, अब पहले जरा वो जान लीजिए। इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा 5वीं बार देखने को मिला, जब किसी बल्लेबाज ने एक ओवर में 6 छक्के लगाए हैं। वहीं, T20 इंटरनेशनल के अंदर एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले दीपेंद्र सिंह ऐरी तीसरे बल्लेबाज हैं। हालांकि, यहां हमारा मकसद आपको सिर्फ यही बताना नहीं है। बल्कि, 6 छक्कों के उस हाहाकारी वीडियो से भी रूबरू कराना है, जिसे देखने के बाद आखें चौंधिया सी जाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उसमें हेलीकॉप्टर शॉट का मसाला तो है ही साथ ही 2 ऐसे कमाल के छक्के हैं, जिसमें गेंद सीमा रेखा ही नहीं लांघती बल्कि स्टेडियम के बगल वाले मैदान में जाकर गिरती दिखती हैं।
Dipendra Singh Airee ने क़तर के खिलाफ पारी के 20वें ओवर में पहली 3 छक्के बाउंड्री लाइन के पार मारे। इसके बाद चौथी गेंद पर वो हेलीकॉप्टर शॉट जमाकर देखने वालों को हैरान करते हैं। वहीं ओवर की आखिरी दो गेंदों पर उनका प्रहार इतना करारा रहता है कि गेंद गोली की रफ्तार से जाती हुई बगल वाले मैदान पर जाकर गिरती दिखती है। आखिर तक नाबाद रहते हुए दीपेंद्र सिंह ऐरी मैच में 21 गेंदों पर 64 रन बनाते हैं और अपनी टीम की जीत की बुनियाद रखते हैं. उनकी पारी में कुल 7 छक्के और 3 चौके शामिल रहे। इस आतिशी पारी की बदौलत नेपाल 20 ओवर में 7 विकेट पर 210 रन बनाता है, जिससे पार पाने से कतर 32 रन दूर रह जाती है। बल्लेबाजी के बाद दिपेंद्र गेंद से भी योगदान देते हैं और 2 विकेट झटकते दिखते हैं।
इससे पहले भी दीपेंद्र सिंह ऐरी ने पूर्व भारतीय दिग्गज युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़ते हुए टी20 इंटरनेशनल में सबसे तेज़ अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। दीपेंद्र ने एशियन गेम्स 2023 में मंगोलिया के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 9 गेंदों में अर्धशतक पूरा करते हुए 10 गेंदों में 52* रनों की पारी खेली। दीपेंद्र की इस पारी के बाद क्रिकेट जगत में चर्चाएं तेज़ हो गईं।
अब हम आपको बताते हैं की आखिर Dipendra Singh Airee की कहानी क्या है और अब तक उन्होंने कितना क्रिकेट खेला है। दीपेंद्र सिंह ऐरी की उम्र 23 साल है। उनका जन्म 24 जनवरी, 2000 को हुआ था। वे टीम में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ के रूप में खेलते हैं। उन्होंने महज़ 17 की उम्र में ही सीनियर टीम के लिए केन्या के खिलाफ डेब्यू कर लिया था। लेकिन 2018 में नेपाल को वनडे खेलने का दर्जा मिलने के बाद वो मुख्य टीम का हिस्सा बने. सीनियर टीम के लिए डेब्यू करने से पहले दीपेंद्र 2016 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेले थे। दीपेंद्र को हमेशा से ही पॉवर हिटिंग के लिए जाना गया। सिर्फ बैटिंग ही नहीं बल्कि वे फील्डिंग में भी काफी फुर्तीले हैं। पॉवर प्ले में 30 यार्ड के घेरे के अंदर या आखिरी के ओवर में बाउंड्री के करीब, दीपेंद्र हर जगह फील्डिंग में काफी एक्टिव दिखते हैं। शानदार बैटिंग के साथ वे फील्डिंग मे भी टीम के लिए अहम योगदान देते हैं।
दीपेंद्र नेपाल के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल दोनों ही फॉर्मेट में खेलते हैं। वे टीम के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। दीपेंद्र अब तक 52 वनडे और 45 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेल चुके हैं। वनडे की 51 पारियों में उन्होंने 889 रन बना लिए हैं, जिसमें 1 शतक और 3 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा टी20 इंटरनेशनल की 40 पारियों में दीपेंद्र 37.25 की औसत और 136.84 के स्ट्राइक रेट से 1155 रन बना चुके हैं, जिसमें उन्होंने 1 शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं। वहीं गेंदबाज़ी करते हुए वनडे में वे 36 और टी20 इंटरनेशनल में 22 विकेट चटका चुके हैं।
दीपेंद्र ने अब तक सिर्फ एक ही फर्स्ट क्लास मैच खेला है. अपने इकलौते फर्स्ट क्लास मैच में उन्होंने बैटिंग करते हुए 1 रन बनाया है. इसके अलावा 73 लिस्ट-ए मैचों में वे 1345 रन बना चुके हैं और गेंदबाजी में 44 विकेट अपने नाम कर लिए हैं. जून में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है और नेपाल को ग्रुप डी में बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नीदरलैंड के साथ रखा गया है।
ऐसे में अब आप हमे बताइए कि क्या इस साल किसी टीम को चौंकाते हुए उलटफेर कर सकती है या फिर नहीं।