प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में 287 वर्ष पूर्व जोधपुर के खेजड़ली गांव में पेड़ की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाली अमृता देवी विश्नोई की प्रतिमा प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर लगाने के निर्देश दिए हैं।
पीपुल्स फॉर एनीमल के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर बताया कि पेड़ की रक्षा के लिए अपनी जान देने की विश्व की यह पहली और अविस्मरणीय घटना थी। जोधपुर की इस साहसी महिला अमृता देवी विश्नोई ने 287 वर्ष पहले पेड़ को काटने का जमकर विरोध किया और अपनी दो बेटियों सहित प्राणों की आहूति देने में भी पीछे नहीं रही। इनके बलिदान से प्रेरित होकर आसपास के गांवों के 360 और लोगों ने भी पेड़ को बचाने में अपनी जान दे दी थी।
अमृता देवी की इस साहसी पहल को ऐतिहासिक और प्रेरणादायी बताते हुए जाजू ने हर जिला मुख्यालय पर अमृतादेवी की प्रतिमा लगवाने का अनुरोध किया था। इस ऐतिहासिक घटना को पूरा सम्मान देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नौ नवंबर को पत्र लिखकर राजस्थान के मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि हर जिला मुख्यालय पर अमृता देवी की प्रतिमा लगवाई जाए।
जाजू ने बताया कि मुख्य सचिव की ओर से भीलवाड़ में वन विभाग के पास अमृता देवी की प्रतिमा लगवाने के आदेश पहुंच भी गए हैं। भीलवाड़ में अमृता देवी की प्रतिमा हरणी महादेव जैव विविधता पार्क में लगाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है।