अमेरिका में महंगाई बढ़ रही है, उद्योग-धंधों की हालत खराब है, राष्ट्रपति जो बाइडन की राजनीतिक स्थिति भी प्रभावित हुयी है और व्हाइट हाउस ने इन सभी समस्याओं के लिए कोविड-19 को जिम्मेदार ठहराया है। बाइडन की टीम देश की समस्या और उनकी राजनीतिक दिक्कतों के लिए महामारी को जिम्मेदार ठहरा रही है। व्हाइट हाउस का मानना है कि देश और बाइडन की राजनीति को पटरी पर लाने का एक ही उपाय है- देश में कोविड-19 पर नियंत्रण करना।
लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण व्हाइट हाउस के लिए मुश्किल चुनौती साबित हो रहा है। पिछली गर्मियों में कोरोना को भगाने का दावा किया गया था, लेकिन वायरस का नया स्वरूप डेल्टा भयावह रूप में लौटा तथा सभी दावों को गलत साबित कर दिया। देश में स्थिति यह है कि लाखों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों ने अब तक टीका नहीं लगवाया है और देश की अर्थव्यवस्था महामारी के वक्त पैदा हुई समस्याओं से जूझ रही है।
इन सबके बीच अब कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमीक्रोन आ गया है। इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारी बेहद चिंता में हैं और नये सिरे से यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है, बाजार में भी दहशत का माहौल है। हालांकि, अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है, लेकिन अब भी तमाम ऐसे संकेत नजर आ रहे हैं कि महामारी खत्म होने के बाद भी कोविड अपना गहरा निशान छोड़ जाएगा।