यदि आपको भी अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है तो ऐसे में आप शनिवार के दिन अपने नाम की राशि के अनुसार हनुमान मंदिर या फिर अपने घर पर ही कुछ बताए गए ये सरल से उपाय 7 शनिवार को लगातार कर लें। नाम राशि के मुताबिक किए गए ये अचूक महाउपायों से महाबली हनुमान आपकी जिंदगी से सभी कष्टों 3.को दूर कर देंगे।
1.मेष राशि
मेष राशि के लोग एकमुखी हनुमंत कवच का पाठ जरूर करें। इसके साथ ही बजरंगबली को बूंदी का भोग लगाए इसके बाद ये प्रसाद गरीब बच्चों में बांट दें।
2.वृषभ राशि
वृषभ राशि के लोग श्रीरामचरित मानस के सुंदर कांड का पाठ करने के बाद हुनमान जी को मीठी रोटी का भोग लगाएं इसके बाद इसको बंदरों को खिला दें।
3.मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले लोग श्रीरामचरित मनास के अरण्य कांड का पाठ करें बजरंगबली को 5 पान का भोग लगाकर इसे गाय को खिला दें।
4.कर्क राशि
कर्क राशि वाले को पंचमुखी हनुमंत कवच का पाठ करें इसके बाद हनुमान जी को पीले रंग के फूल चढ़ाकर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें।
5.सिंह राशि
कर्क राशि के लोग श्रीरामचरित मानस के बाल कांड का पाठ करने के बाद हुनमान जी को गुड़ से बनी मीठी रोटी का भोग लगवाएं इसके बाद इस रोटी को किसी भिखारी को खिला दें।
6.कन्या राशि
कन्या राशि के लोग हनुमान जी की कृपा पाने के लिए हनुमान मंदिर में जाकर शुद्घ घी के 6 दीपक जलाएं साथ ही श्रीरामचरित मानस के लंका कांड का पाठ करें।
7.तुला राशि
तुला राशि के लोग श्रीरामचरित मानस के बाल कांड का पाठ करें इसके बाद हनुमान जी को खीर का भोग लगावें साथ ही गरीब बच्चों में भी खीर बांटे।
8.वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोग हनुमान अष्टक का पाठ करने के बाद चावल,गुड़ का भोग लगाएं इसके बाद इसे गाय को खिला दें।
9.धनु राशि
धनु राशि के लोग श्रीरामचरित मानस के अयोध्या कांड का पाठ करने के बाद बजरंगबली को शहद का भोग लगाएं इसे आप स्वयं प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लें।
10.मकर राशि
मकर राशि के लोग श्रीरामचरित मानस के किष्किन्धा कांड का पाठ करें। इसके बाद हनुमानजी को मसूर की दाल का भोग लगाकर उसे मछलियों को खिलाने से जीवन में सुख समृद्घि में वृद्घि होती है।
11.कुम्भ राशि
कुम्भ राशि के लोगाी श्रीरामचरित मानस के उत्तर कांड का पाठ करें इसके बाद हनुमानजी को मीठी रोटी का भोग लगाएं और उसे भैसों को खिला दें।
12.मीन राशि
मीन राशि के लोग हनुमंत बाहुक का पाठ करने के पहले हनुमान जी के मंदिर जाकर मंदिर में लाल रंग की ध्वजा अपने हाथों से खुद समर्पित करें।