पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) मंहगी बिजली के मुद्दे पर सरकार के विरुद्ध 24 जून को बिजली आंदोलन शुरू करेगी। पार्टी की कोर कमेटी के चेयरमैन पि्रंसिपल बुद्धराम, प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और बिजली आंदोलन के समन्वयक अमन अरोड़ और मीत हेयर (सभी विधायक) के नेतृत्व में हुई बैठक में जल संकट को लेकर विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाये जाने की मांग की। बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय की गई जिसमें आंदोलन जिला स्तर पर सोमवार से शुरू करने का फैसला किया गया।
यह जानकारी आज यहां श्री चीमा ने पत्रकारों को दी। उन्होंने जल संकट को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का स्वागत करते हुए इसे देरी से लिया गया दुरुसत फैसला बताया। उन्होंने कहा कि पानी के मुद्दे पर दो दिवसीय का विशेष सत्र बुलाना जरूरी है ताकि सदन में पानी संबंधी सुनवाई मामले, सभी पुराने समझौते, दरियाओं में जल स्तर घटने, प्रदूषित हो रहे प्राकृतिक जल ह्मोत और तेजी से गिरते भूमिगत जल स्तर सहित आवश्यक मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके। उन्होंने बताया कि पार्टी के विधायक कुलतार सिंह संधवां विशेषज्ञों के साथ मिल कर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे।
बिजली आंदोलन के बारे में श्री अरोड़ ने बताया कि पंजाब देश के सबसे महंगी बिजली बेचने वाले राज्य में शुमार है। जिसकी नींव पिछली बादल सरकार ने डाल दी थी। पिछली अकाली सरकार में सरकारी थर्मल प्लांट बंद करके तीन प्राईवेट थर्मल कंपनियों के साथ महंगे बिजली खरीद समझौते किये। इन समझौतों के कारण प्रति यूनिट बिजली की दर ही महंगी है, वहां प्रति साल 2800 करोड़ बेवजह इन कंपनियों को लुटाया जा रहा है, जो 25 सालों में 70 हजार करोड़ बनता है। इसलिए कैप्टन सरकार को यह मंहगे समझौते तुरंत रद्द कर चुनाव से पहले लोगों से किये वादे पूरे करने चाहिये।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह कैप्टन सिंह इन समझौतों को रद्द करने के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं, उससे लगता है कि बादलों की तरह कैप्टन ने भी इन बिजली कंपनियों के साथ हिस्सेदारी डाली हुई है, जिसकी कीमत पंजाब का हर अमीर -गरीब बिजली उपभोक्ता चुका रहा है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा गया है।
कोर समिति बैठक में विधायक कुलतार सिंह संधवां, प्रो। बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी, जय किशन सिंह रोड़, कुलवंत सिंह पंडोरी, समिति मैंबर सुखविन्दर सुखी, गैरी बडिंग, हरचन्द सिंह बर्सट, नवदीप सिंह संघा, जस्टिस जोरा सिंह, नरिन्दर सिंह शेरगिल, नील गर्ग और मीडिया इंचार्ज मनजीत सिंह सिद्धू मौजूद थे।