मई 2024: भारतीय सनातन धर्म में प्रत्येक दिन त्योहार का होता है। लोग धर्म के मार्ग पर चलते रहें और उनका जीवन हमेशा सत्कर्मों पर आधारित हो, इस तरह की सुचारू और तर्क सम्मत व्यवस्था हमारे पूर्व आचार्यों ने की है। इसके कारण ही प्रत्येक भारतीय तिथि में कुछ न कुछ मर्म निहित होता है। कोई भी निरर्थक और अर्थहीन नहीं है।
- भारतीय तिथि में कुछ न कुछ मर्म निहित होता है
- कोई भी निरर्थक और अर्थहीन नहीं है
- मई 2024 मास के व्रत और त्योहार
यदि आप खोजेंगे तो निश्चित तौर पर हर दिन एक उत्सव का कारण मिल जायेगा। ऐसा शायद ही किसी धर्म या जीवन शैली में मिले। तभी तो मोहम्मद इकबाल ने लिखा है –
”यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा, सब मिट गए जहाँ से।
अब तक मगर है बाक़ी, नाम-ओ-निशाँ हमारा।।”
तो हमारी संस्कृति इसलिए हजारों वर्षों से कायम है क्योंकि हमने अपनी जीवन शैली को अपनी संस्कृति में समावेश कर दिया है। किस दिन क्या करना है और क्या नहीं करना है जैसी सभी बातें हमें धर्म के अनुसार तय करनी होती है। इसके दूरगामी और व्यावहारिक लाभ यह है कि हमें हमेशा सत्य पर आधारित जीवन को जीने के लिए सतत प्रयासरत रहते हैं। भारतीय जीवन शैली इसलिए भी वजूद में है क्योंकि प्रत्येक सुबह हमें अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक रखने के किए कोई न कोई वजह तैयार मिलती है।
मई 2024 मास के व्रत और त्योहार
1 मई – श्रम दिवस, कालाष्टमी बुद्ध जयंती।
4 मई – वरुथिनी एकादशी, वल्लभाचार्य जयंती।
5 मई – प्रदोष व्रत (कृष्ण), श्री सेन जयंती।
6 मई – मासिक शिवरात्रि
7 मई – रवीन्द्रनाथ टैगोर जयंती।
8 मई – वैशाख अमावस्या।
9 मई – चन्द्र दर्शन।
10 मई – अक्षय तृतीया। रोहिणी व्रत। श्री परशुराम जयंती।
11 मई – चतुर्थी व्रत।
12 मई – सूरदास जयंती। मातृदिवस।
14 मई – वृषभ संक्रांति। गंगा सप्तमी।
15 मई – दुर्गा अष्टमी। बुध अष्टमी व्रत। श्री बगलामुखी जयंती।
17 मई – सीता नवमी।
19 मई – मोहिनी एकादशी
20 मई – सोम प्रदोष व्रत
21 मई – नृसिंह जयंती।
23 मई – वैशाख पूर्णिमा व्रत। श्री सत्यनारायण व्रत एवं पूजा। बुद्ध पूर्णिमा।
26 मई – संकष्टी चतुर्थी।
30 मई – कालाष्टमी।
Astrologer Satyanarayan Jangid
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