पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि अपनी यात्रा के दौरान वह इजराइली नेतृत्व के साथ लाभकारी वार्ता की उम्मीद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सिंह की इस पांच दिवसीय यात्रा का लक्ष्य कृषि, वानिकी और डेयरी के क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत करना है। अमरिंदर सिंह के साथ अधिकारियों का एक शिष्टमंडल रविवार की शाम यहां पहुंचा। मुख्यमंत्री सिंह को 19 अक्टूबर को दशहरा के दिन इजराइल की यात्रा पर आना था लेकिन अमृतसर ट्रेन दुर्घटना के कारण उन्होंने अपनी यात्रा टाल दी थी।
शुक्रवार को हुए इस ट्रेन हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई और 57 लोग घायल हो गए थे। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने चंडीगढ़ में कहा कि अमृतसर ट्रेन हादसा पीड़ितों के लिए किया जा रहे राहत एवं पुनर्वास कार्य से प्रशासन के पूर्णतया संतुष्ट होने के बाद ही इजराइल जाने का फैसला लिया। सिंह कृषि, वानिकी, डेयरी और दूषित जल शोधन के क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न कंपनियों और संस्थानों का दौरा करेंगे ताकि पंजाब की जरूरतें पूरी करने वाले मौकों का लाभ लिया जा सके।
साथ ही वह पंजाब की आंतरिक सुरक्षा मजबूत बनाने के लिहाज से भी इज़राइली अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। इज़राइल पहुंचने पर अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘अगले तीन दिन लाभकारी बातचीत को लेकर उत्सुक हूं।’’ इस यात्रा पर रवाना होने से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा था कि इज़राइल की ओर से जिन आधुनिक तकनीकों की पेशकश की गई है, उनकी सरकार उनका लाभ उठाना चाहेगी। यहां मंगलवार को ‘‘पंजाब में निवेश के अवसर’’ गोष्ठी का आयोजन किया गया है। इसका लक्ष्य इज़राइल से पंजाब में निवेश आकर्षित करना है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) कृषि के क्षेत्र में सहयोग के लिए तेल अवीव विश्वविद्यालय और गैलिली इंस्टीट्यूट के साथ सहमति-पत्रों पर हस्ताक्षर करेगा। वहीं, सिंह के साथ देश की यात्रा पर आया शिष्टमंडल जल संरक्षण के क्षेत्र में एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर करेगा। अमरिंदर सिंह लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पंजाब के किसानों को सिर्फ धान एवं गेहूं की खेती तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि अपनी फसलों में बदलाव लाना चाहिए। उन्हें राज्य के लगातार गिरते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए ड्रिप इरीगेशन (बूंदों के जरिए होने वाली सिंचाई) और हाइड्रोपोनिक्स पर ध्यान देना चाहिए।
अपनी यात्रा से पहले इजराइली शिष्टमंडल के साथ हुई मुलाकात में सिंह ने डेयरी के क्षेत्र में इज़राइली तौर-तरीके अपनाने में दिलचस्पी दिखाई थी। पंजाब साइट्रस (विटामिन सी की बहुतायत वाले) फलों के उत्पादन और उनकी गुणवत्ता बढ़ाने में इज़राइल की मदद चाहता है। पंजाब पहले ही देश में ‘कीनू’ का सबसे बड़ा उत्पादक है और अब वह मीठे संतरों की बागवानी भी करना चाहता है। बाजार में मीठे संतरों की मांग और कीमत दोनों अच्छी है।
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाले शिष्टमंडल के समक्ष आंतरिक सुरक्षा के संबंध में इज़राइली विशेषज्ञता पर एक प्रस्तुति दी जाएगी और यात्रा के दौरान वे लोग इज़राइल की बड़ी सुरक्षा कंपनी की अकादमी का दौरा भी करेंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में इज़राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन, कृषि मंत्री उरी एरियन और ऊर्जा तथा जल संसाधन मंत्री युवाल स्टेनित्ज से मुलाकात शामिल है। सिंह वह कब्रिस्तान भी जाएंगे जहां हाइफा की आजादी के लिए 1918 में हुई लड़ाई के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को दफनाया गया था।