संसदीय करवाई में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ज़ोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिनका पूरा राजनीतिक जीवन संसदीय परंपराओं का अपमान करते बीता हो। आज वे संसदीय कार्यवाही न हो इसके लिए अपने आप को समर्पित कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि संसद में गतिरोध पैदा करने वाले नेताओं के सरगना, संसद में चर्चा न हो, संसद की कार्यवाही स्थगित हो, इसके रचनाकार राहुल गांधी से आज बीजेपी के कार्यकर्ता पूछते हैं कि आपने अपने संसदीय इतिहास में लोकसभा में कितने प्राइवेट मेंबर बिल प्रस्तुत किए?
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उन्होंने कहा कि जिन्होंने (राहुल गांधी) अमेठी के सांसद होने के नाते आज तक अमेठी के लिए एक प्रश्न न किया हो, जिन्होंने अमेठी छोड़कर वायनाड जाने के बाद 2019 के लोकसभा के शीतकालीन सत्र में 40 प्रतिशत से भी कम उपस्थिति रखी हो, आज वो संसद की कार्यवाही न चले, इसके लिए अपने आप को समर्पित कर रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी, जिनका राजनीतिक इतिहास इस बात से भी दिखता है कि वो देश में कब हैं और देश के बाहर कब हैं, ये उनकी पार्टी के लिए भी चिंता का विषय बन जाता है, उनसे मैं कहना चाहती हूं कि वो संसद की उत्पादकता पर अंकुश लगाने की कोशिश निरंतर न करें।
उन्होंने कहा, भारत की संसद, भारत की अपेक्षाओं, आकांक्षाओं का प्रतीक है। देश की जनता ये चाहती है कि संसद में उन विषयों पर चर्चा हो, जो देश के हर नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। दरअसल, कांग्रेस की अगुवाई में तमाम विपक्षी नेता संसद परिसर में जीएसटी और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र के खिलाफ दजर्न प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष के हंगामे के चलते संसद के सदनों की कार्रवाई भी सुचारु रूप से नहीं चल पा रही है।