दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि भाजपा ने अपना रुख साफ कर दिया है कि वह दिल्लीवासियों को आप सरकार द्वारा दी जा रही बिजली सब्सिडी खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद 4,000 यूनिट बिजली मुफ्त ले रहे हैं, लेकिन वे जनता को दी जा रही 200 यूनिट मुफ्त बिजली के खिलाफ हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने शाहदरा और पटपड़गंज इलाकों में स्वयंसेवकों के साथ आयोजित दो बैठकों के दौरान भाजपा सांसद विजय गोयल पर उनके उस बयान को लेकर हमला किया, जिसमें उन्होंने बिजली सब्सिडी खत्म करने की बात कही है।
केजरीवाल ने कहा, ‘यह अच्छा है कि भाजपा ने चुनाव से पहले ही बिजली सब्सिडी खत्म करने का अपना इरादा घोषित कर दिया है।’
केजरीवाल ने कहा, ‘जिस नेता ने यह बयान दिया है, वह खुद एक वरिष्ठ नेता और सांसद हैं और हर महीने 4,000 यूनिट मुफ्त बिजली पाते हैं, लेकिन जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने में उन्हें समस्या है।’
केजरीवाल ने यह भी कहा कि विजय गोयल भोजन पर भारी सब्सिडी पाते हैं, जबकि
आम आदमी महंगाई से परेशान है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘लेकिन मैं चुनाव पूर्व सार्वजनिक रूप से यह कहने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। अब जनता दो विपरीत मॉडलों के बीच एक को चुन सकती है।’
केजरीवाल ने कहा कि आप नेता सामान्य परिवारों से आते हैं, इसलिए जनता के दर्द को समझते हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम साधारण लोग हैं। हमें पता है कि एक आम परिवार अपना घर कैसे चलाता है। मैं 2013 में बिजली के भारी भरक बिल के खिलाफ दरवाजे-दरवाजे गया था। कुछ लोगों का बिजली का बिल 10 हजार रुपये तक आता था।’
केजरीवाल ने कहा, ‘उन्हें बिजली के बिल का भुगतान करने और अपने बच्चों को शिक्षा मुहैया कराने के बीच एक को चुनना पड़ता था। मैंने तब 15 दिनों तक भूख हड़ताल पर बैठा था। चिकित्सकों ने मुझे भूख हड़ताल करने से मना किया, क्योंकि मैं मधुमेह का मरीज हूं। उसके बाद से छह साल हो गए। भारी भरकम बिजली बिल से छुटकारा और दिल्ली वालों को मुफ्त बिजली मुहैया कराने के लिए हमें संघर्ष की एक लंबी यात्रा तय करनी पड़ी है।’