गुजरात के कांग्रेस विधायक और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने सोमवार को दावा किया कि उनके समुदाय के लोग और समर्थक ”ठगा” हुआ और ”उपेक्षित” महसूस कर रहे हैं। उनके बयान को लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी विपक्षी दल के प्रदेश नेतृत्व की आलोचना के तौर पर देखा जा रहा है। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि गुजरात में पार्टी मामलों की कमान ”कुछ कमजोर नेताओं” के पास है।
उन्होंने परोक्ष रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा का हवाला दिया। ठाकोर की आलोचनात्मक टिप्पणी पर भाजपा ने कहा कि कांग्रेस में नाराज विधायकों का सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के लिए स्वागत है। प्रदेश पार्टी नेतृत्व को खुली चुनौती देते हुए ठाकोर ने कहा कि वह अब ”समझदार व्यक्ति” की तरह राजनीति करेंगे क्योंकि गुजरात के पार्टी के कुछ नेता उनको और ठाकोर समुदाय को ”दबाने” का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरतसिंह सोलंकी ने ठाकोर की टिप्पणी को तवज्जो नहीं दी, जबकि गुजरात भाजपा के नेता और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी निकट भविष्य में कई धड़े में टूट जाएगी।
अल्पेश ठाकोर ने कहा, ”मुझे लगता है कि मेरे समुदाय की उपेक्षा की जा रही है। पार्टी में मेरे समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा। राज्य में घटित होने वाली हर बुरी चीज के लिए हमें दोषी ठहराया जा रहा।” ठाकोर ने यहां मीडिया कर्मियों से कहा, ”अगर मेरे लोगों को कुछ नहीं मिला तो मैं चुप नहीं बैठने वाला या विधायक पद पर नहीं बना रहूंगा।”