हाजीपुर : स्टेशन सौंदर्यीकरण के लिए रेल मंत्री पुरस्कार हेतु पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल के मधुबनी स्टेशन का चयन किया गया है। समस्त भारतीय रेल में ‘स्टेशन सौंदर्यीकरण’ की दिशा में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के लिए क्रमश: 10 लाख, 05 लाख एवं 03 लाख रूपए पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए जाएंगे।
रेलवे बोर्ड द्वारा स्टेशन सौंदर्यीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों पर समस्त क्षेत्रीय रेलों से प्रविष्टियां मांगी गयी थीं जिनमें पूर्व मध्य रेल सहित 11 क्षेत्रीय रेलों द्वारा कुल 62 प्रविष्टियां रेलवे बोर्ड को प्राप्त हुई। जिनमें से अंतिम परिणाम जारी करने हेतु गठित उच्चाधिकारियों की टीम द्वारा प्रथम पुरस्कार के लिए मध्य रेलवे के बल्लारशाह एवं चंद्रपुर स्टेशन,
द्वितीय पुरस्कार के लिए पूर्व मध्य रेल के मधुबनी एवं दक्षिण रेलवे के मदुरै एवं तृतीय पुरस्कार हेतु पश्चिम रेलवे के गांधीधाम, पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा एवं दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद स्टेशन का चयन किया गया है। मधुबनी स्टेशन पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल में ”ए” श्रेणी का स्टेशन है।
विश्वप्रसिद्ध पारंपरिक कला, मधुबनी शैली की चित्रकारी अब मधुबनी स्टेशन को सुशोभित कर रही है जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गयी। मधुबनी चित्रकारी मिथिलांचल के मधुबनी, सीतामढ़ी एवं दरभंगा जिलों के आम जन में समान रूप से लोकप्रिय है।
इसका उद्देश्य सिर्फ स्टेशन को सुशोभित करना नहीं, बल्कि स्थानीय कलाकारों के कौशल और प्रतिभा को प्रदर्शित कर इस पारंपरिक कला के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है। मधुबनी रेलवे स्टेशन पर समृद्ध संस्कृति और एक शानदार इतिहास रखने वाली मधुबनी पेंटिंग स्थानीय लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के यात्रियों को आकर्षित कर रही है।
पूर्व मध्य रेल के लिए यह गौरव की बात है कि मधुबनी स्टेशन को अब एक लोकप्रिय कला शैली के एक आदर्श प्रतिबिंब के रूप में देखा जा रहा है। विदित हो कि वर्ष 2017 में ”स्वच्छता ही सेवा” के अंतिम दिन 2 अक्टूबर गांधी जयंती को एक अवसर के रूप में लेते हुए मधुबनी स्टेशन पर बड़े पैमारे पर मिथिला चित्रकला का चित्रांकन को एक मिशन के रूप में शुरू किया गया। प्रारंभ में 100 से अधिक कलाकारों ने इसमें भाग लिया। श्रमदान के माध्यम से इतना बड़ा योगदान पहली बार देखा गया।
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