प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट की बैठक हुई। जिसमें सरकार ने दक्षिण भारत की प्रमुख उपज नारियल (मिलिंग) के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 375 रुपए प्रति कि्वंटल की बढ़ोतरी कर इसका मूल्य वर्ष 2020-21 के लिए 10335 रुपए करने का फैसला लिया।
बैठक में नारियल (मिलिंग) का एमएसपी 9960 रुपए से बढ़कर 10335 रुपए प्रति कि्वंटल करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि नारियल का लागत मूल्य 6805 रुपए प्रति कि्वंटल है जिसमें 52 प्रतिशत की वृद्धि कर किसानों को लाभकारी मूल्य दिया गया है।
जावड़ेकर ने बताया कि सूखा नारियल के मूल्य में 300 रूपए प्रति कि्वंटल की वृद्धि की गई है और इसका एमएसपी 10600 रुपए प्रति कि्वंटल घोषित किया गया है। इसमें 55 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। उन्होंने बताया कि सरकार के इस फैसले से समुद्रीय तटीय 12 राज्यों के लाखों किसानों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर किसानों की नारियल उपज को निजी स्तर पर खरीद लिया जाता है। यदि बाजार में पर्याप्त उठाव नहीं होता है तो भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारिता विपणन महासंघ और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ नारियल की खरीद करेंगे।