शनिवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी स्थित केरी सेक्टर में मेजर प्रफुल्ल के शहीद होने के बाद से एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक घायल फौजी अपने देश की रक्षा के लिये वो आखरी दम तक खड़ा है। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो कोई फिल्मी सीन नहीं है।
इस वीडियो में पाकिस्तान की फायरिंग में शहीद हुए मेजर प्रफुल्ल है। वीडियो में भारतीय जांबाज सैनिकों का वह जज्बा नजर आता है जिस में अपनी मौत के समीप होते हुए भी अपने घर वालों को याद नहीं कर मातृभूमि की रक्षा कैसे की जाए इस सोच और चिंता में एक भारतीय सैनिक डूबा रहता है।
वीडियो के बारे में सोशल मीडिया में लिखा जा रहा है कि कैसे घायल होने के बाद भी मेजर प्रफुल्ल अपने जवानों को दुश्मनों को जवाब देने के साथ ही कंपनी को भी सुरक्षित निकलने के आदेश दे रहे हैं। वायरल वीडियो के अनुसार मेजर प्रफुल्ल कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जितने भी जवान घायल हुए हैं पहले उन्हें सुरक्षित निकाला जाए।
मेजर प्रफुल्ल की टीम उन्हें आराम करने और शांत रहने को कह रही है लेकिन इसके बाद भी वह बराबर जवानों को सिंगल शूट फायर करने का आदेश दे रहे हैं। लेकिन आपकी जानकारी के बता दें कि इस वीडियो में सैनिक मेजर प्रफुल्ल नहीं हैं। यह वीडियो यूट्यूब पर 7 साल पहले अपलोड हुआ था। ये वायरल वीडियो काफी पुराना है जबकि मेजर प्रफुल्ल शनिवार को शहीद हुए हैं। इसी साल जनवरी में सीआरपीएफ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी ये वीडियो ट्वीट किया गया था।
ट्वीट में बताया गया था कि वीडियो 8 जून 2009 का है। असल में हुआ ये कि पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ये वीडियो ट्वीट किया। वीके सिंह ने लिखा- “Young Officers are the strength of Indian army as they lead from front. भारतीय सेना की जाँबाज़ी की अग्रिम पंक्ति हैं।
हमारे युवा अधिकारी वीके सिंह ने अपने पोस्ट में कहीं भी मेजर प्रफुल्ल के नाम का जिक्र नहीं किया है। वही सबसे बड़ी बात यह है की इस वीडियो को हर राजनैतिक पार्टी के नेता फिर वो चाहे कांग्रेसी नेता हो या बीजेपी बड़े गर्व से सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ