धार (मध्य प्रदेश) : मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सूबे की कमलनाथ सरकार को अन्नदाताओं की कोई चिंता नहीं है। मोदी ने यहां भाजपा की एक सभा में कहा, ‘केंद्र की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पहली किस्त देश भर के करोड़ों छोटे किसानों के बैंक खाते में पहुंच चुकी है। लेकिन मुझे दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि इसमें मध्य प्रदेश का एक भी किसान शामिल नहीं है, क्योंकि भोपाल में आज ऐसी सरकार बैठी है जिसे अन्नदाताओं की कोई चिंता नहीं है। प्रदेश सरकार ने हमें इस योजना के लाभार्थी किसानों की सूची ही नहीं भेजी है।’
उन्होंने तंज किया, ‘राज्य की कांग्रेस सरकार को लगता है कि अगर किसानों को केंद्र की इस योजना का फायदा मिल गया, तो उसकी नाक कट जाएगी। लेकिन इस सरकार को पहले शीशे में देख लेना चाहिए कि उसकी नाक बची भी है क्या?’ प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में गत नवंबर में संपन्न विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इस बहुचर्चित घोषणा पर भी निशाना साधा कि सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का कर्जा अगर 10 दिनों में माफ नहीं हुआ, तो वह मुख्यमंत्री बदल देंगे।
उन्होंने कांग्रेस पर मध्य प्रदेश के मतदाताओं की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘सूबे के सभी किसानों का कर्ज पूरी तरह माफ नहीं हुआ है। लेकिन कांग्रेस सरकार का मुख्यमंत्री अब तक नहीं बदला है।’ मोदी ने कहा, ‘इन्हें (कांग्रेस नेताओं को) केवल झूठ बोलना और धोखा देना आता है। केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार इंदौर-दाहोद रेललाइन का भूमिपूजन कर इस परियोजना को भूल गयी थी। अब हमारी सरकार इस परियोजना को पूरा कर रही है।’ उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार जाने और कांग्रेस की सरकार आने के बाद सूबे का कथित तौर पर बुरा हाल हो गया है। मोदी ने कहा, ‘सत्ता परिवर्तन के साथ ही राज्य में कांग्रेस की संस्कृति भी लौट आयी है और पिछले 15 साल से भूखे लोग (सरकारी संसाधनों पर) एक साथ टूट पड़े हैं।’