दो पहिया और चार पहिया वाहनों का इंश्योरेंस आज से महंगा हो गया है। इंश्योरेंस रेगुलेटर आईआरडीए ने बीमा एजेंटों को मिलने वाले कमीशन को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। नई दरें आज से लागू हो गई हैं। माना जा रहा है कि दोपहिया वाहनों के बीमा पर कम कमीशन के चलते एजेंट इसे करवाने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाते थे। साथ ही कमीशन को बढ़ाए जाने की मांग काफी समय से चल रही थी।
खबरों के मुताबिक, चार पहिया वाहनों के मामले में एजेंट का कमीशन बढ़कर 15 फीसदी से 17.5 फीसदी और दो पहिया वाहनों के मामले में यह 10 फीसदी से बढ़कर अब 15 फीसदी हो गया है। हालांकि कार और एसयूवी के कॉम्प्रेहैंसिव बीमा पॉलिसी पर मिलने वाला अधिकतम कमीशन 15 फीसद के स्तर पर ही बरकरार रहेगा। नियामक ने गैर जीवन बीमा पॉलिसियों का अधिकतम कमीशन 10 फीसद से बढ़ाकर 15 करने के लिए हरी झंडी दे दी गई है।
आईआरडीए ने सामान्य बीमा कंपनियों को नए कमीशन दिशा निर्देशों के मुताबिक मोटर बीमा के प्रीमियम में पांच फीसद की कमी या पिर बढ़ोतरी करने की अनुमति दे दी है। देश में दो तरह के इंश्योरेंस कवरेज होते हैं- कॉम्प्रीहेंसिव और थर्ड पार्टी। कॉम्प्रीहेंसिव के तहत गाड़ी के पूरे डैमेज और चोरी को कवर किया जाता है और दूसरे के तहत सिर्फ थर्ड पार्टी को कवर किया जाता है। कॉम्प्रीहेंसिव इंश्योरेंस के मामले में कमीशन बढ़ा है। थर्ड पार्टी के मामले में पहले एजेंट का कमीशन तय नहीं था।बीमा कंपनियां मौटे तौर पर उन्हें 100 से 150 रुपए दिया करती थीं। लेकिन अब उन्हें वार्षिक प्रीमियम का 2.5 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा।