बिहार में प्रचंड गर्मी में लू लगने के कारण औरंगाबाद, गया और नवाद जिले में अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि इन जिलों में कल का तापमान 46 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। इस दौरान लू लगने से औरंगाबाद के अलग-अलग प्रखंडों के 30, गया जिले में 19 और नवादा जिले में सात लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में अधिकांश 60 वर्ष से अधिक उम, के लोग शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने 56 लोगों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। और लोगों गर्मी से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हीट स्ट्रोक के कारण लोगों की मृत्यु हो गई है। मैं लोगों को तापमान कम होने तक घर से बाहर जाने से बचने की सलाह देता हूं। गर्मी से मस्तिष्क प्रभावित होता है और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद, गया और नवादा जिले में भीषण गर्मी एवं लू से हुई मृत्यु पर आज गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया। नीतीश कुमार ने औरंगाबाद, गया और नवादा में भीषण गर्मी एवं लू से हुई लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
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उन्होंने कहा कि वह आपदा की इस घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को आपदा राहत कोष से तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पूरे बिहार में इस भीषण गर्मी एवं लू के मद्देनत्रर जरूरी कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने इससे प्रभावित लोगों के लिए शीघ्र हरसंभव चिकित्सीय सहायता की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की है। वहीं, दूसरी ओर नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम-एईएस) से हुई बच्चों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए इस भयंकर बीमारी से मृत हुए बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से शीघ्र ही चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन एवं चिकित्सकों को इस भयंकर बीमारी से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एईस से पीड़त बच्चों के त्रल्द स्वस्थ होने के लिये ईश्वर से प्राथना की है।