जांच एजेंसियों ने शनिवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी सांसद बहन मीसा भारती से रेलवे में नौकरी के बदले जमीन संबंधी कथित घोटाला मामले में पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि यादव से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की, जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारती से छह घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दोनों नेताओं से पूछताछ पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष, विपक्ष और लोकतंत्र को खत्म करना चाहता है और साथ ही एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हम सभी लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ एकजुट हैं।’’
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा इस देश से विपक्ष और लोकतंत्र खत्म करना चाहती है। इसलिए लगातार विपक्ष के लोगों की आवाज पर हमला कर रही है।’’
अधिकारियों ने कहा कि यादव एजेंसी द्वारा पहले दी गई तीन तारीखों से पर पेश नहीं हुए थे और पिछले हफ्ते दिल्ली उच्च न्यायालय में जताई गई अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार यहां सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि यादव से रात करीब आठ बजे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उन्हें 90 मिनट के लिए भोजनावकाश मिला जिसमें वह एजेंसी की इमारत से बाहर निकले।
माना जा रहा है कि सीबीआई ने अपनी पूछताछ यादव की एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड से कथित संबंध सहित विभिन्न वित्तीय लेनदेन पर केंद्रित रखी। सीबीआई ने दिल्ली उच्च न्यायालय को पिछले सप्ताह आश्वासन दिया था कि वह यादव को इस महीने गिरफ्तार नहीं करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि भारती से ईडी ने यहां रेलवे की जमीन के बदले नौकरी से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ की। राज्यसभा सदस्य भारती पूर्वाह्न करीब 11 बजे मध्य दिल्ली में संघीय एजेंसी के कार्यालय में पहुंचीं और शाम करीब सात बजे बाहर निकलीं।
राजद नेता दोपहर में एक घंटे से अधिक समय के लिए ईडी कार्यालय से भोजन के लिए निकलीं। संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई ‘‘गोपनीय’’ है, इसलिए वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगी।
समझा जाता है कि जांच अधिकारी द्वारा राज्यसभा सदस्य का बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया।
यादव के वकील मनिंदर सिंह ने कहा था कि उनके मुवक्किल को सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कुछ समय चाहिए, क्योंकि बिहार विधानसभा का वर्तमान सत्र पांच अप्रैल तक चलेगा।
सीबीआई के वकील डी पी सिंह ने अदालत से कहा था कि विधानसभा का सत्र शनिवार को नहीं चलता और यादव अपनी सुविधा के अनुसार मार्च में किसी भी शनिवार को एजेंसी के सामने पेश हो सकते हैं।
राजद नेता ने अपने खिलाफ 28 फरवरी, चार मार्च और 11 मार्च के लिए जारी समन को रद्द करने का अनुरोध किया था।
सीबीआई की विशेष अदालत पहले ही इस मामले में यादव के पिता लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती और अन्य को 15 मार्च को जमानत दे चुकी है।
सीबीआई की यह जांच शुरुआती आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद जांच के दौरान सामने आए दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर हो रही है। साथ ही सीबीआई का कहना है कि आरोपी व्यक्तियों की कथित संलिप्तता की जांच शुरुआती रिपोर्ट दाखिल करने के दौरान पूरी नहीं हो पाई थी।
अधिकारियों ने बताया कि यह जांच एजेंसी द्वारा मिले नए दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर की जा रही है।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान पसंदीदा उम्मीदवारों को बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्त किया गया था।
सीबीआई का दावा है कि नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, लेकिन पटना के कुछ निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न जोनल रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था। एजेंसी के अनुसार इसके बदले अभ्यर्थियों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के जरिये प्रसाद के परिवार के सदस्यों को जमीन कथित तौर पर अत्यंत सस्ती दरों पर बेची थीं।