पटना : भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने तेजस्वी यादव और उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा एक सरकारी पत्र के प्रिंटिंग की गलती को तूल दिए जाने पर कहा की इनदोनों नेताओं ने अपनी हल्की राजनीति का परिचय दिया है। आश्चर्य होता है कि उपेन्द्र जी केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री रह चुके हैं तो वहीं तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि उसी तारीख में वो गलती संबंधित प्रशासनिक अधिकारी द्वारा सुधार ली गई थी। लेकिन जिस तरह पूर्व के पत्र का हवाला देकर ये नेता राजनीति कर रहे है उससे लगता ही नहीं है कि इन दोनों नेताओं ने कभी कोई प्रशासनिक अनुभव हासिल किया है।
श्री आंनद ने तेजस्वी यादव एवं उपेन्द्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन राजनीतिक हलकापन देखिए। सरकारी अधिकारी के स्तर पर प्रिंटिंग एरर को उसी तारीख में सुधारा जा चुका है। दिलचस्प है कि एनपीआर की जगह एनआरसी प्रिंट होते ही इन लोगों को प्रोपोगंडा का अवसर और इनकी सतही राजनीति को खाद मिल गया। लोकतंत्र में अफवाह और झूठ फैलाकर राजनीतिक भयदोहन करना कोई राजद- रालोसपा जैसे दलों से सीखे।
निखिल आनंद ने देशहित में तेजस्वी यादव एवं उपेन्द्र कुशवाहा को सलाह दी है कि एनआरसी के नाम पर झूठ फैलाकर मुसलमानों को भडक़ाना छोड़ दें क्योंकि इसके लागू होने की बात प्रधानमंत्री जी ही नकार चुके हैं। इसपर कोई बात जब सरकार के स्तर पर नहीं हो रही तो जनता में भय पैदा करने में विपक्ष क्यों लगा है? वहीं सीएए और एनपीआर पर अपना अल्प ज्ञान दोनो नेता सुदृढ़ कर लें तो बेहतर होगा।