2005 से अब तक नीतीश कुमार ने बिहार में बनवाए 6210 पुल: प्रो. रणबीर नंदन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

2005 से अब तक नीतीश कुमार ने बिहार में बनवाए 6210 पुल: प्रो. रणबीर नंदन

जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि प्रदेश की सभी नदियों पर पास के शहरों को जोड़ने के लिए पिछले 16 सालों में पुल का निर्माण कराया गया है। अब हर गांव से राजधानी तक पांच घंटे में पहुंचने की सुविधा विकसित की गई है।

जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि प्रदेश की सभी नदियों पर पास के शहरों को जोड़ने के लिए पिछले 16 सालों में पुल का निर्माण कराया गया है। अब हर गांव से राजधानी तक पांच घंटे में पहुंचने की सुविधा विकसित की गई है।
पुल -पुलियों का निर्माण यातायात फास्ट करनें में कारगर 
प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि वर्ष 2005 से लेकर अब तक राज्य में 6210 पुलों का निर्माण कराया गया है। इसमें से 21 मेगा पुल हैं। प्रदेश में बनाए गए 1171 पुल 60 मीटर लंबे हैं। 5018 पुल 60 मीटर से कम लंबाई के हैं। माननीय मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों को बारहों मास तक सड़क से कनेक्ट रखने की योजना पर काम शुरू कराया। इसके लिए मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना की शुरुआत कराई गई। इसके तहत प्रदेश में 5143 पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। यह प्रदेश में कनेक्टिविटी को बढ़ाने और सड़कों पर यातायात को फास्ट करने में काफी कारगर रहे हैं।
सोन नदी पर 250 करोड़ की लागत से हो रहा हैं पुल निर्माण 
प्रो. नंदन ने कहा कि विकास के सेतु का निर्माण कार्य लगातार चल रहा है। अभी सुल्तानगंज से अगुवानी घाट, कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल, बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के निर्माण की योजना पर कार्य चल रहा है। इसके अलावा सत्तर घाट पुल में 100 मीटर लंबाई में वाटर-वे का निर्माण और कोसी नदी पर मानसी-सहरसा के बीच पुल का निर्माण कार्य पूरा कराया जाना है। सोन नदी पर पांडुका में 205 करोड़ की लागत से पुल निर्माण की योजना पर काम चल रहा है।
सीएम नीतिश कुमार विकास का सुते तैयार कर रहे हैं 
प्रो. नंदन ने कहा कि जर्जर सड़कों के जाल से प्रदेश को बाहर निकाल कर एक्सप्रेसवे की तरफ माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पहुंचाया है। वे विकास का सेतु तैयार कर रहे हैं। वर्ष 2005 के पहले की स्थिति का अंदाजा लगाइए, विकास प्रदेश से बाहर ही था। माननीय मुख्यमंत्री ने दूसरे किनारे से विकास को बिहार में लाने के लिए सेतु का निर्माण किया। माननीय मुख्यमंत्री ने सड़क के साथ-साथ पुल और पुलिया भी बनवाए, ताकि पानी के बहाव के समय में सड़कों को क्षति न पहुंचे। साथ ही, सभी क्षेत्रों को कनेक्ट करने के लिए पिछले 16 सालों में लगातार काम किया गया है।
राजधानी में गंगा नदी पर मरीन ड्राइव करने का निर्माण किया जा रहा हैं 
प्रो. नंदन ने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश में कनेक्टिविटी को बढ़ाने का कोई खास प्रयास नहीं किया गया। उत्तर बिहार को दक्षिणी भाग से जोड़ने के लिए गांधी सेतु पुल और राजेंद्र सेतु के अलावा कोई और सुविधा नहीं थी। माननीय मुख्यमंत्री ने गंगा पर कनेक्टिविटी को बढ़ाने में सबसे बड़ा प्रयास किया। गांधी सेतु का हाल हर किसी ने देखा है। माननीय मुख्यमंत्री के प्रयास से जेपी सेतु का निर्माण हो चुका है। गांधी सेतु को एक बेहतरीन पुल के रूप में निर्माण कराया जा रहा है। राजधानी में गंगा नदी पर मरीन ड्राइव का निर्माण कराया जा रहा है।
प्रो. नंदन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार लगातार पुल-पुलिया के निर्माण के साथ-साथ उसके उचित रख-रखाव के लिए योजना तैयार की गई है। सरकार ब्रिज मेंटनेंस पॉलिसी पर काम कर रही है। इससे प्रदेश के विकास के सेतु को मजबूत बनाए रखने में मदद मिलेगी।

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