महंगाई की मार अब मैगी और चाय-कॉफी पर भी पड़ गई है। 12 रुपये वाली मैगी खरीदने के लिए अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। नेस्ले और एचयूएल ने अपने कुछ प्रोडक्ट्स की कीमतों में इजाफा कर दिया है। नेस्ले इंडिया की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, मैगी की कीमतें 9 से 16% तक बढ़ गई हैं। 12 रुपए वाला पैकेट 14 रुपए का हुआ, 140 ग्राम वाला पैकेट 3 रुपए महंगा हुआ, 96 रुपए वाला पैकेट 105 रुपए का हुआ।
आपको बता दें कि इससे पहले देश की बड़ी FMCG (Fast Moving Consumer Goods) कंपनी एचयूएल (HUL–Hindustan Unilever Limited) ने चाय के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी ने ब्रू कॉफी पाउडर के दाम में 3-7 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। ताजमहल चाय की कीमत में 3.7-5.8 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, इससे पहले डिटर्जेंट पाउंडर और साबुन के दाम फरवरी में दो बार बढ़ी थी।
पर्सनल केयर कैटिगरी के दाम में 1-9 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई
HUL ने फरवरी में लाइफबॉय, लक्स और पीयर्स साबुन के अलावा सर्फ एक्सेल मैटिक, कम्फर्ट फैब्रिक कंडीशनर, डव बॉडी वॉश जैसे ब्रांडों की स्टॉक कीपिंग यूनिट्स की कीमतों में और बढ़ोतरी की थी। करेज एडलवाइस सिक्यॉरिटीज ने कहा था एचयूएल के होम और पर्सनल केयर कैटिगरी के दाम में 1-9 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई थी।
क्यों महंगी हुई मैगी
कंपनी का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला, लागत बढ़ने की वजह से लिया गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से गेहूं के दाम बढ़ गए है।अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में दाम 9 साल के उच्चतम स्तर पर हैं. मक्का 8 महीने के उच्चतम स्तर पर हैं। ऐसे में कंपनियों की लागत बढ़ गई है. इसीलिए दाम बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
महंगाई में रिकॉर्ड तोड़ तेजी जारी
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी महीने में महंगाई ने कई रिकॉर्ड तोड़े है। थोक महंगाई दर बढ़कर 13.11 फीसदी हो गई है। वहीं, ठीक एक महीने पहले यानी जनवरी महीने में 12.96 फीसदी थी।
फरवरी 2021 में थोक महंगाई दर महज 4.83 फीसदी थी। जनवरी महीने में थोक महंगाई दर 12.96 फीसदी थी। दिसंबर 2021 में थोक महंगाई दर 13.56 फीसदी थी जिसे अपडेट कर 14.3 फीसदी कर दिया गय।
लगातार 11वां महीना है जब थोक महंगाई दर डबल डिजिट में रही
नवंबर में यह महंगाई 14.23 फीसदी थी। यह लगातार 11वां महीना है जब थोक महंगाई दर डबल डिजिट में रही है। बढ़ती महंगाई सरकार, इकोनॉमी और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लिए गंभीर चिंता का विषय है।अगले महीने रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होने वाली है। उससे पहले 16 मार्च को अमेरिकी फेडरल रिजर्व इंट्रेस्ट रेट को लेकर बड़ा फैसला कर सकता है। महंगाई में तेजी से रिजर्व बैंक पर पॉलिसी में बदलाव का दबाव बढ़ेगा।