गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली स्थित ऐतिहासिक धरोहर लाल किले में हुए तोड़तोड़ ने देशवासियों को आहत किया है। राष्ट्रीय पर्व के दिन ऐतिहासिक इमारत की ऐसी दुर्दशा होगी, किसी ने नहीं सोचा होगा। तोड़तोड़ के एक दिन बाद केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने लाल किले का दौरा किया।
हिंसा के बाद सामने आईं लाल किले की तस्वीरें झकझोरनें वाली हैं। उपद्रवियों ने लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराने के साथ ही वहां पर लगे सुरक्षा से जुड़े उपकरणों को तोड़ दिया गया। वहीं लाल किले की दीवारों से लेकर गाड़ियों और कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने टिकट काउंटर को तोड़ा, एंट्री गेट पर तोड़फोड़ की और वहां पर लगीं मेटल डिटेक्टर मशीनों को भी नुकसान पहुंचाया।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में निकले ट्रैक्टर मार्च में शामिल लोगों ने अपने निर्धारत रस्ते से हटकर लाल किले पहुंच गए और वहां हुड़दंग मचाने लगे। हज़ारो की संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। काफी देर तक उत्पात मचाने के बाद पुलिस आखिरकार प्रदर्शनकारियों को हटाने में वहां से कामयाब रही।
इस हिंसा में 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। अतिरिक्त पीआरओ (दिल्ली पुलिस) अनिल मित्तल के अनुसार निहंगों की अगुवाई में किसानों ने पुलिस पर हमला किया और पुलिस के बैरिगेट्स को तोड़ दिया। इस मामले में अभी तक 22 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।