केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए आतंकवाद का गेटवे थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें समाप्त कर इस गेटवे पर फाटक लगा दिया है। अमित शाह ने लौह पुरुष के नाम से विख्यात देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती यानी राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर गुरुवार को यहां मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से एकता दिवस दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और वहां मौजूद लोगों को देश की एकता और अखंडता की शपथ दिलायी।
इससे पहले सरदार वल्लभभाई पटेल को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि देने के बाद अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए देश में आतंकवाद का गेटवे थे और प्रधानमंत्री मोदी ने इन्हें समाप्त कर आतंकवाद पर फाटक लगाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि इस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर को भारत में विधिवत रूप से जोड़कर बड़ी समस्या का समाधान किया है। अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद देश 550 टुकड़े में बंटा हुआ था और सरदार वल्लभभाई पटेल ने इन सभी रियासतों का भारत में विलय कर एक अखंड भारत का सपना संजोया था।
उस समय जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय तो हो गया था लेकिन अनुच्छेद 370 और 35 ए देश के लिए बड़ी समस्या बन गए थे। पिछले 70 वर्षों में किसी ने इन समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम नहीं उठाया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के इस अधूरे सपने को पूरा कर दिखाया।