एक विशेष अभियान के दौरान दिल्ली पुलिस ने दो सप्ताह के भीतर दिल्ली के द्वारका में कम से कम 18 नाबालिग बच्चों का पता लगाया है। ड्राइव के दौरान, लापता बच्चों और व्यक्तियों की तस्वीरें अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप, कोविड-वॉलंटियर ग्रुप और एनजीओ को शेयर की गई थी। यहां तक कि आस-पास के क्षेत्रों, पार्को और सार्वजनिक जगहों पर अनाउंसमेंट भी कराया गया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त द्वारा पारित दिशा-निर्देशों के मद्देनजर, द्वारका जिले के मानव-तस्करी विरोधी यूनिट सहित सभी कर्मचारियों को नाबालिग लापता बच्चों और अन्य लोगों की तलाश के लिए सूचित किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार 18 बच्चों में से चार लड़के हैं, जबकि 14 लड़कियां हैं। द्वारका डीसीपी संतोष कुमार मीणा ने कहा, इस विशेष अभियान के दौरान, द्वारका जिला पुलिस ने हर बच्चे का पता लगाने और उनके माता-पिता/ घर के बारे में कोई सुराग पाने की कोशिश की। सभी व्यावहारिक और कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है। लापता बच्चों के रुकने वाली जगहों और उसके आसपास के स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की गई। द्वारका पुलिस कर्मचारियों को आश्रय गृहों, बस स्टैंडों, सड़कों, धार्मिक स्थलों आदि में रहने वाले सभी बच्चों के दस्तावेजों को जांच करने और उन्हें पूरा करने के लिए कहा गया है, ताकि वे अपने परिवारों से मिल सकें।