नई दिल्ली: रमजान के महीने में जामा मस्जिद पर इफ्तार करने गए एक दंपति का ढाई साल का बच्चा किसी ने अगवा कर लिया। अब उस बच्चे को ढाई लाख रुपए में बेचने के लिए सौदेबाजी चल रही थी। मगर बच्चे की तलाश में जुटी मध्य जिला पुलिस टीम को आरोपियों के बारे में पता चला और पुलिस टीम ने बच्चे को सकुशल बरामद कर तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जान उस्मान (35), सरोज (40), सोनिया (34) और राधा (40) के रूप में की है। अभी मुख्य आरोपी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। डीसीपी (मध्य जिला) मनदीप सिंह रंधावा के मुताबिक, करावल नगर निवासी आरिफ (27) अपनी पत्नी अफरोज और बच्चों के साथ गत 5 जून को जामा मस्जिद रोजा इफ्तार के लिए आया था। शाम करीब साढ़े सात बजे जब वह नामाज पढ़ रहा था, तो उसका बेटा अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी कोई बच्चे को अगवा कर ले गया।
परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जामा मस्जिद थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच का जिम्मा एसीपी ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में जामा मस्जिद एसएचओ अनिल बेरवाल, इंस्पेक्टर सुमन कुमार, एसआई ऋषिपाल, धर्मवीर, कुलदीप, एएसआई जीतराज, एएसआई नीरज, लेडी कॉन्स्टेबल बीना, दिव्यांशी, पूनम आदि का गठन किया गया। गत 27 जून को पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि एक ढाई साल के बच्चे को बेचने की कोशिश की जा रही है। पुलिस दबाव बढ़ता देख आरोपियों ने बच्चे को मादिपुर इलाके में लावारिस छोड़ पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को भी धरदबोचा।