उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले की सीबीआई जांच से उभरकर आ रहे तथ्यों को ‘‘बहुत परेशान करने वाला’’ बताया। शीर्ष अदालत ने बिहार पुलिस से राज्य की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति के पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री कथित रूप से बरामद होने के मामले की जांच करने को कहा।
मंजू वर्मा ने कई महिलाओं के बलात्कार और यौन उत्पीड़न से जुड़े मुजफ्फरपुर मामले का खुलासा होने के बाद बिहार सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। यह प्रकाश में आया था कि उनके पति चंद्रशेखर वर्मा ने इस साल जनवरी से जून तक कई बार मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से बात की थी।
शीर्ष अदालत ने कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच पटरी पर नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि वर्मा के कब्जे से अवैध हथियार भी बरामद हुए या नहीं और इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा गौर किये जाने की जरूरत है।
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सीबीआई द्वारा दायर दो स्थिति रिपोर्ट से सामने आए तथ्यों पर संज्ञान लेते हुए न्यायमूर्ति मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा कि ठाकुर ‘‘बहुत प्रभावशाली’’ व्यक्ति मालूम होते हैं क्योंकि उनके पड़ोसी इस तथ्य के बावजूद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से डर रहे थे कि उन्होंने आश्रय गृहों से लड़कियों की चीखें सुनी थीं।
पीठ ने कहा, ‘‘यह भी रिकार्ड में आया है कि चंद्रशेखर वर्मा और उनकी पत्नी मंजू वर्मा के पास काफी बड़ी मात्रा में अवैध विस्फोटक सामग्री थी। यह स्पष्ट नहीं है कि उनके पास अवैध हथियार भी हैं या नहीं। स्थिति रिपोर्ट में कहा गया कि चंद्रशेखर वर्मा और मंजू वर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’
पीठ ने राज्य की स्थानीय पुलिस से इस मामले में गंभीरता से गौर करने को कहा। पीठ ने इस तथ्य पर संज्ञान लिया कि राज्य के सामाजिक कल्याण विभाग ने इस साल मार्च में ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित आश्रय गृह से कुछ लड़कियों को स्थानान्तरित किया था लेकिन स्थानान्तरण का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है।
पीठ ने कहा कि सीबीआई टीम को इस मामले पर गौर करने तथा एनजीओ तथा ब्रजेश ठाकुर की आयकर से संबंधित जांच के लिए क्षेत्राधिकार वाले मुख्य आयुक्त, आयुक्त से आग्रह करना चाहिए। अदालत ने एजेंसी को जांच की अगली स्थिति रिपोर्ट चार सप्ताह के भीतर सीलबंद लिफाफे में सौंपने का निर्देश दिया। अदालत ने इस मामले में आगे की सुनवाई के लिए 25 अक्तूबर की तारीख तय की।