दिल्ली में आयोजित हुआ 'सम्भाव उत्सव',जम्मू कश्मीर की संस्कृति और उत्पादों को हैं समर्पित 'Sambhav Utsav' Organized In Delhi, Dedicated To The Culture And Products Of Jammu And Kashmir

दिल्ली में आयोजित हुआ ‘सम्भाव उत्सव’,जम्मू कश्मीर की संस्कृति और उत्पादों को हैं समर्पित

जम्मू-कश्मीर के बारे में कहा गया है, “गर फिरदौस बर रूये ज़मी अस्त, हमी अस्तो हमी अस्तो हमी अस्त।” इन पक्तियोँ का अर्थ है धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यहीं हैं। ऐसे ही नहीं इन पक्तियों को अमीर ख़ुसरो ने लिख दिया है जम्मू-कश्मीर का नृत्य, संगीत, व्यंजन, कालीन बुनाई और कोशुर सूफियाना जैसी कश्मीरी विशिष्टताओं ने उन्हें ये पक्तियां लिखने के लिए अग्रसर किया होगा। इसी संस्कृति का जश्न मनाने के लिए नई दिल्ली के अमृता शेरगिल मार्ग पर स्थित जम्मू कश्मीर भवन में ‘सम्भाव उत्सव’ का आयोजन किया गया।

जम्मू-कश्मीर संभव उत्सव का हुआ शुभारंभ

बसंत पंचमी की पूर्व संध्या पर, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रेजिडेंट कमीशन जम्मू कश्मीर द्वारा आयोजित ‘जम्मू-कश्मीर संभव उत्सव-2024’ का शुभारंभ किया। उपराज्यपाल ने सूचना-सह-सुविधा केंद्र ‘हैलो जेएंडके’ भी लॉन्च किया।युवाओं के लिए “जम्मू कश्मीर को जानें” विषय पर डिजिटल फोटोग्राफी, पेंटिंग और गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और जम्मू-कश्मीर के रेजिडेंट कमीशन द्वारा शुरू की गई विभिन्न नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। उपराज्यपाल ने रेजिडेंट कमीशन जम्मू कश्मीर और जम्मू-कश्मीर सरकार के सभी संबद्ध विभागों के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 7 दिनों तक चलने वाली जीवंत प्रदर्शनी जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक कलात्मक विरासत, व्यंजन, कृषि और हस्तशिल्प उत्पादों का प्रतिनिधित्व करेगी। संभव उत्सव ने जम्मू-कश्मीर के भविष्य पर भी प्रकाश डाला जो विकसित भारत में योगदान देने के लिए तैयार है।

‘हैलो जेएंडके’ की शुरू की गई पहल

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उपराज्यपाल ने कहा, यह प्राचीन विरासत को पुनर्जीवित करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करने के हमारे संकल्प को दोहराने का एक आदर्श अवसर है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर रेजिडेंट कमीशन की नई शुरुआत आगंतुकों को एक नए और पुनर्जीवित जम्मू-कश्मीर की झलक प्रदान करेगी। शुरू की गई पहल ‘हैलो जेएंडके’ जम्मू कश्मीर के युवाओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के विभिन्न क्षेत्रों के डोमेन विशेषज्ञों से जोड़ेगी, जिससे ज्ञान, अंतर्दृष्टि और अवसरों के समृद्ध आदान-प्रदान की सुविधा मिलेगी।यह केंद्रशासित प्रदेश के बाहर रहने वाले जम्मू कश्मीर के नागरिकों की शिक्षा, उद्यमिता, आजीविका, स्वास्थ्य और कल्याण, यात्रा और यात्रा मार्गदर्शन, सुरक्षा के लिए वन-स्टॉप सेंटर होगा।

जम्मू-कश्मीर बना विकास का मॉडल

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उद्घाटन समारोह में, उपराज्यपाल ने माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर के परिवर्तन को साझा किया। पिछले कुछ वर्षों में, केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विकास परिदृश्य में पूर्ण बदलाव देखा गया है। जम्मू-कश्मीर में आबादी का एक बड़ा हिस्सा जो पहले उपेक्षित था, उसे सशक्त बनाया गया है। लोगों की भागीदारी अब जम्मू-कश्मीर की विकास यात्रा के भविष्य को आकार दे रही है।
आज, जम्मू-कश्मीर को शहरी परिवर्तन, नवाचार, स्टार्ट-अप, कृषि, औद्योगिक विकास में एक मॉडल के रूप में देखा जाता है और इसने पर्यटन में एक जगह बनाई है। उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं, महिलाओं और किसानों की उपलब्धियां देश को प्रेरित कर रही हैं।

पिछले साल आये रिकॉर्ड पर्यटक

अब, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर को आतंकवाद के हॉटस्पॉट के रूप में नहीं, बल्कि पर्यटन के हॉटस्पॉट के रूप में देखा जाता है। पिछले साल रिकॉर्ड 2.11 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर आए थे। यूटी में विदेशी पर्यटकों का आगमन भी कई गुना बढ़ गया है। उन्होंने कहा, पिछले दो वर्षों में गुरेज और लोलाब घाटी को देश के सबसे खूबसूरत ऑफबीट गंतव्यों के रूप में चुना गया है।उपराज्यपाल ने समग्र कृषि विकास कार्यक्रम (एचएडीपी), विशिष्ट उत्पादों के लिए जीआई टैगिंग, बेहतर बाजार जुड़ाव, किसानों की क्षमता निर्माण और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने सहित यूटी प्रशासन की प्रमुख पहलों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि अगले 4 वर्षों में जम्मू-कश्मीर किसानों की आय के मामले में नंबर एक होगा।

जम्मू कश्मीर लघु फिल्म निर्माण प्रतियोगिता भी शुरू की गई

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प्रदर्शनी के दौरान पर्यटन, JKTPO, कृषि, बागवानी, सूचना और प्रौद्योगिकी सहित कई विभाग विभिन्न हितधारकों के सामने विभिन्न तरीकों से अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन कर रहे हैं। आगंतुकों और संभावित खरीदारों के लिए ओडीओपी आइटम, हस्तनिर्मित जीआई-टैग कालीन, जीआई-टैग पश्मीना शॉल, रेशम साड़ियां, चेन टांके, प्रामाणिक कश्मीरी सूट, पेपर माचे, क्रूवेल वुडकार्विंग आइटम आदि जैसे विविध रेंज के उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। इस अवसर पर, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग जम्मू-कश्मीर द्वारा नया जम्मू कश्मीर लघु फिल्म निर्माण प्रतियोगिता भी शुरू की गई। सूचना विभाग ने जम्मू-कश्मीर के फिल्म निर्माताओं और नागरिकों को प्रतियोगिता में भाग लेने और पिछले चार वर्षों में जम्मू कश्मीर में विकास पर प्रकाश डालने वाली अपनी लघु फिल्में प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया। विजेताओं को मुंबई में प्रमुख फिल्म निर्माताओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा। प्रतियोगिता 28 फरवरी 2024 तक खुली रहेगी। उपराज्यपाल द्वारा आज उद्घाटन की गई सुविधाओं में राजाजी मार्ग पर अधिकारियों का ट्रांजिट आवास, जेएंडके हाउस, चाणक्यपुरी में कार्यालय-सह-उपयोगिता क्षेत्र और जेके हाउस, 5-पृथ्वीराज रोड पर फिटनेस सेंटर आदि शामिल हैं।

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