हम सभी चाहते हैं कि हमारा त्योहार खुशियों से भरा हो। फिर चाहे वह होली हो, दिवाली या कोई अन्य त्योहार… लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि त्योहार सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी सेफ होना चाहिए। रोशनी का त्योहार दिवाली हम सभी के लिए सेफ हो और हम हैपी दिवाली
मना सकें।
इस बार 24 अक्टूबर को ही सर्वमान्य रूप से पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिष विधि विधान के अनुसार, संजोग कुछ ऐसा बना है कि नरक चतुर्दशी जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है वो भी इसी दिन है। इस लिए भी हमें त्यौहारों पर कुछ बातों का प्रमुख ध्यान रखना चाहिए। आज बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार और देश की सबसे बड़ी सप्रीम कोर्ट ने अपने संज्ञान में लेते हुए बम-पटाखों को सख्ती से बंद करने के आदेश भी दिये है। मेरा यही मानना है कि खुशी का त्योहार खुशी-खुशी मनाएं। इस त्योहार को मनाते समय रखें कुछ बातों का विशेष ध्यान। अगर आप फिर भी पटाखे जलाने के बारे में सोच रहे हों तो कम आवाज और कम धुंए वाला ग्रीन पटाखा ही जलाएं और पटाखे जलाते वक्त अपने आंख-कान का खास ख्याल रखें। नायलॉन के कपड़े पहनकर पटाखे न जलाएं। बच्चों को पटाखों से दूर रखें और उनके कान में कॉटन या ईयर प्लग लगा दें। दिवाली पर अपने घर को सजाने के लिए बिजली की झालर और लाइटें कितनी भी क्यों न लगा दी जाए लेकिन पारंपरिक मिट्टी के दीयों की बात ही अलग है। इस बार दिवाली पर भगवान आगे दीया जलाने के साथ ही घर सजाने के लिए भी मिट्टी के दीयों का ही इस्तेमाल करें। इस तरह से न सिर्फ आप वातावरण की सुरक्षा करेंगे बल्कि उन लोकल कारीगरों की भी मदद कर पाएंगे जो इन दीयों के जरिए ही अपना जीवनयापन करते हैं।
दिवाली का त्योहार जिस तरह से दीयों के बिना अधूरा है ठीक उसी तरह से रंगोली के रंगों के बिना भी दिवाली की खुशियां पूरी नहीं होती। घर के फेस्टिव लुक देने के लिए ज्यादातर लोग घर में एक से बढ़कर एक रंगोली बनाते हैं। लेकिन रंगोली बनाते वक्त केमिकल वाले रंगों का इस्तेमाल करने की बजाए ऑर्गैनिक कलर्स ही यूज करें। आप चाहें तो सिर्फ फूलों से भी रंगोली बना सकते हैं। आपकी दिवाली हैपी हो इसके लिए आपको अपने साथ-साथ अपने पैट यानी पालतू जानवर का भी ख्याल रखना चाहिए क्योंकि दिवाली के दौरान होने वाली तेज आवाज जानवरों को डरा देती है। लिहाजा दिवाली के दौरान जानवरों को घर में अकेला न छोड़ें और पटाखों से तो उन्हें बिल्कुल दूर ही रखें। दिवाली के दौरान घर की साफ-सफाई करते वक्त आपको ऐसी कई चीजें मिलती होंगी जिनका अब आप इस्तेमाल नहीं करते। फिर चाहे वे आपके पुराने कपड़े हों, खिलौने या फिर किताबें। आप चाहें तो इन पुरानी चीजों को गरीब और जरूरतमंदों के बीच बांटने के साथ ही उन्हें कुछ मिठाइयां और गिफ्ट्स भी बांट सकते हैं ताकि आपके साथ-साथ सुविधा से वंचित उन लोगों की दिवाली भी बन जाए हैपी। गिफ्ट्स रैप करना हो या फिर दोस्तों और रिश्तेदारों को गिफ्ट्स बांटने जाना हो…प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल भूल कर भी न करें। गिफ्ट्स और फूड आइटम्स पैक करने के लिए हैंडमेड पेपर बैग्स का इस्तेमाल करें।