भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को इस पद पर डेढ़ वर्ष के कार्यकाल का विस्तार मिल गया है। वे अब जून 2024 तक इस पद पर बने रहेंगे और आगामी लोकसभा चुनाव भी इनके नेतृत्व में ही होंगे। लालकृष्ण अडवानी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद जे पी नड्डा ऐसे तीसरे नेता हैं जिन्हें लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद पर बने रहने का अवसर मिला है। यद्यपि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी भाजपा के दो बार अध्यक्ष रहे लेकिन उनका कार्यकाल भी लगातार नहीं था। नड्डा का कार्यकाल बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया और इसके साथ ही उन सभी अनुमानों पर विराम लग गया जिनमें यह कहा जा रहा था कि उनकी जगह किसी नए चेहरे को लाया जा सकता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि जे पी नड्डा जातीय समीकरणों से लेकर राजनीतिक समीकरणों तक गोटियां पार्टी के हिसाब से फिट बैठाने में महारथी माने जाते हैं। उन्हें संगठन का काफी अनुभव है। उनमें ऐसे कई विशिष्ट गुण हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को उन पर काफी भरोसा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह जैसे ताकतवर और अनुभवी नेताओं के साथ काम करना सहज नहीं है। लेकिन जे पी नड्डा ने अपनी शानदार जगह बना ली।
भले ही जे पी नड्डा राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए अपने गृह राज्य में ही भाजपा को जीत नहीं दिला पाए हों, लेकिन उनका समूचा कार्यकाल भाजपा का बेहतरीन दौर रहा है। इस दौरान भाजपा ने कई राज्यों में बेहतरीन सफलताएं हासिल कीं और उत्तर-पूर्व तक में अपना विस्तार किया है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नड्डा का कार्यकाल बढ़ाए जाने की जानकारी देते समय इन सफलताओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि नड्डा की अध्यक्षता में भाजपा ने गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में रिकार्डतोड़ परिणाम के साथ वापसी की। बिहार और महाराष्ट्र में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी रही। पश्चिम बंगाल में पार्टी की सीटें बढ़ी थीं, जबकि गोवा और मणिपुर में भी पार्टी को बड़ी जीत मिली थी।
साल 2023 के दौरान देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड और मिजोरम शामिल हैं। जहां मध्य प्रदेेश, कर्नाटक, त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में भाजपा की अपनी या गठबंधन की सरकार है, वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी की नजर कांग्रेस को हटाकर सत्ता में वापसी पर टिकी है। तेलंगाना में भी इस बार भाजपा ने मजबूत चुनौती दे रखी है और फरवरी महीने में राज्य में 11,000 रैलियां करने जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष को बदलने से संगठन की सक्रियता प्रभावित होने का खतरा पैदा हो सकता था। भाजपा थिंकटैंक इस समय यह रिस्क लेने को तैयार नहीं था। इस फैक्टर ने भी नड्डा का कार्यकाल बढ़ने में अहम भूमिका निभाई है।
भाजपा दक्षिण भारतीय राज्यों में विस्तार की कोशिशों में लगी हुई है लेकिन उसे केवल कर्नाटक में ही सफलता मिली है। इस बार पार्टी तेलंगाना में भी खासी सक्रिय दिख रही है। दक्षिण भारत के रण की राह जे पी नड्डा के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाली है। जे पी नड्डा के उत्कर्ष के पीछे खास बात यह भी है कि वह अपना काम बड़ी मेहनत से करते हैं और खुद को गैर जरूरी बातों में नहीं उलझाते। कोरोना महामारी के दौरान वो लगातार कार्यकर्ताओं के साथ सम्पर्क में रहे और उन्होंने अपनी भूमिका को काफी सक्रिय बनाते हुए कार्यकर्ताओं को प्रेरित ही किया। सत्ता की उम्मीदों और जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी उन्होंने बखूबी से निभाई और कभी पद की मर्यादाओं और सीमाओं को पार भी नहीं किया। नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की पसंद के साथ संघ का भी समर्थन उन्हें हासिल है। उन्हें चुनाव प्रबंधन की रणनीति में माहिर माना जाता है। अमित शाह ने 2019 में पार्टी के लिए हर सीट पर 50 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा था। नड्डा ने उत्तर प्रदेश में पार्टी को 49.6 फीसदी वोट दिलाने का करिश्मा कर दिखाया।
2014 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री का पद उन्हें दिया गया। मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना आयुष्मान भारत की सफलता का श्रेय भी नड्डा को दिया जाता है। उन्होंने पूरे भारत में भाजपा के विस्तार का अभियान भी चलाया। अब वे एक बार फिर विधानसभा चुनावों के लिए जुट गए हैं। भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मिशन मोड पर है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विजय का मंत्र देकर नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। नड्डा और पार्टी के चुनाव प्रबंधकों ने कमर कस ली है और पार्टी कार्यकर्ता प्रतीक्षा किए बिना चुनावी तैयारियों में जुुट गए हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चुनावी रणनीति तो तैयार कर ही ली गई है और नड्डा को कार्यकाल विस्तार देकर साफ कर दिया है कि अगले लोकसभा चुनावों तक पार्टी का चुनावी मिशन तेज गति के साथ जारी रहेगा।