शत्रुओं का विनाश हो, सबका कल्याण हो, सबको अरोग्यं परम सुखम् से दीप ज्योति जलाकर शुभ कामना करें। वाह क्या नजारा था। सारे देश में सभी में एक भावना, एक ही उद्देश्य, एक तरह की प्रार्थना कहीं बुजुर्ग, जवान, बच्चे, नेता, एक्टर, वकील, पुलिस, डॉक्टर सभी का दीप प्रज्ज्वलित करते एक ही उच्चारण था वाह मोदी जी, आपने अपनी निष्ठा , सेवा भाव, सारे देश को कोरोना जैसी बीमारी के डर को दूर करने के लिए सबको एक ही स्वर, एक ही एक्शन में पिरो दिया। मुझे हमेशा याद रहता है, जब छोटे होते लाईट चली जाती थी तो हम बहनों को हमारी मां मोमबत्ती जलाकर आरती गाने को कहती थी। हम सब बहनें और एक भाई सभी आरती गाते थे। आरती गाते-गाते हमेशा लाईट भी आ जाती थी और हमें डर भी नहीं लगता था।
जिससे हमारा विश्वास और हौंसला बुलंद हो जाता था। ऐसा ही मोदी जी ने सारे देश के लिए किया, क्योंकि इस समय सारे देशवासी अन्दर ही अंदर से अपने आपको असुरक्षित, डरा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसी को बीमारी से डर है, किसी को अपने व्यापार ठप होने का डर है, मजदूर हो या मिडल क्लास व्यापारी हो सबको यही डर सता रहा है। इस बीमारी से बचेंगे कि नहीं। अगर बच जायेंगे तो व्यापार, नौकरी कैसे चलेंगी। कैसे टैक्सों का भुगतान करेंगे। अभी बुजुर्ग लोग कई बातों से बचें हुए हैं। कहते हैं घर का हैैड या बिजनस का हैड बहादुर हो तो किसी बात की चिंता नहीं होती। यही हाल आज की डेट में हमारे देश का है। अगर हमारा मुखिया दृढ़विश्वासी, निडर, बहादुर हो तो हमें डरने की आवश्यकता नहीं, कहते हैं एक बार एक हवाई जहाज जब आकाश में था तो जब बादल आ जाते हैं तो परेशानी होती हैं तो हवाई जहाज शेक करने लगता है तब सभी यात्री घबरा जाते हैं। कोई पाठ करता है, कोई डरता है, परंतु एक कोने में एक लडक़ी बड़े शांत भाव से बैठी रहती है न कोई डर, न घबराहट जब जहाज बादल से बाहर निकल कर सुरक्षित लैंडिंग करता है तो एक यात्री उस बच्ची से पूछता है कि तुम्हें डर नहीं लगा? जब सब डर रहे थे तो उस बच्ची ने बड़े शांत भाव से उत्तर दिया। मुझे अपने पिता पर पूरा विश्वास है कि वो मुझे सुरक्षित अपने घर पहुंचायेंगे। वो एक सफल बुद्घिमान, साहसी पायलेट हैं और आज इस जहाज को मेरे पिता जी चला रहे थे। कहने का भाव है कि आज मोदी जी जो हमारे देश के मुखिया हैं, उनके ऊपर भी भारत की सारी जनता को पूरा विश्वास है कि वह अपने भारतवासियों को हर मुश्किल से पार लगायेंगे। कोरोना को भी दूर भगायेंगे। हर व्यक्ति की रोजी-रोटी व्यापारियों को उनकी हालत से उभारेंगे। क्योंकि मजदूरों, गरीबों, बुजुर्गों के लिए तो सभी आगे आते हैं, आने वाले समय में जरुरत हैं मध्यम क्लास, व्यापारियों के लिए करने की जो तन्खाएं भी अपने कर्मचारियों को देने के लिए मुश्किल में हैं।
सो 5 अप्रैल को 9 बजकर 9 मिनट पर जो मोदी जी के आदेश पर कोरोना को भगाने के लिए मंत्रोच्चारण हुआ, शंख बजे, दीप जले। उससे समझ आती है सारा देश मोदी जी के साथ पूरे विश्वास के साथ है, और हर मुश्किल से टकरा जायेंगे। कोरोना वायरस भी यह देखकर पागल हो गया है कि मैं तो इन्हें समाप्त करने, डराने आया था यह मुझे एक त्यौहार की तरह भगा रहे हैं। एक सौ तीस करोड़ लोग मिलकर भगा रहे हैं। मोदी जी को मां हो या हमारे वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के सदस्य सबने खूब पार्टीसिपेट किया और खूब सारी फोटो भेजी जो सारी लगनी मुश्किल हैं। परन्तु वरिष्ठ नागरिकों का उत्साह जोश देखकर मैं कह सकती हूं कि वो दिन दूर नहीं कि कोरोना भाग जायेगा।
अपने वरिष्ठ नागरिक सभी सदस्यों को बताना, विश्वास दिलाना चाहती हूं कि चाहे वो किसी धर्म, जाति, किसी पार्टी से हों। हमारे देश की डोर एक सफल और साहसी नेता के हाथों में है। हम सब कोरोना से जल्द बाहर आयेंगे।
हमारा देश एक सफल राष्ट्र के साथ विश्व गुरु बनेगा। सभी वरिष्ठ नागरिकों को नियमित रूप से लॉक डाउन का पालन करना चाहिए।