इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और चौटाला परिवार में चल रहे विवाद के बीच शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने अपने दोनों पोतों सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निकाल दिया। इससे कुछ दिन पहले इन दोनों भाइयों को को पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया था। दोनों ही ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय के पुत्र हैं। इस संबंध में ओम प्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ”इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को तत्काल प्रभाव से प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है। बयान में स्पष्ट किया गया है कि दुष्यंत चौटाल अब पार्टी के संसदीय बोर्ड के नेता नहीं हैं।
ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि यह कोई आसान फैसला नहीं था क्योंकि दोनों ही उनके परिवार के सदस्य हैं। वह अपने पूरे जीवन में पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के आदर्शों पर चले जिनके लिए पार्टी हमेशा परिवार के किसी भी सदस्य से बड़ी रही। उन्होंने कहा कि पार्टी और अपने परिवार के सदस्यों के बीच चुनाव करते हुए उन्होंने अनुशासन समिति के निष्कर्षों के साथ जाने का फैसला किया।
दुष्यंत और दिग्विजय पर देवीलाल की जयंती पर सात अक्टूबर को गोहाना में रैली में हंगामे के बाद अनुशासनहीनता, अराजकता और असंतोष फैलाने का आरोप लगाया गया था। ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि उन्हें बाहर से किसी सबूत की जरूरत नहीं है क्योंकि वह गोहाना में अशोभनीय दृश्य के खुद ही चश्मदीद हैं जहां उनके भाषण में लगातार बाधा डाली गई। शिक्षक भर्ती घोटाले में अपने बड़े बेटे अजय चौटाला के साथ दस साल की कैद की सजा काट कर रहे ओम प्रकाश चौटाला पैरोल पर रैली में पहुंचे थे।