पटना: बिहार महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने जेडीयू से साफ कह दिया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पद से कतई इस्तीफा नहीं देंगे, साथ ही लालू ने जेडीयू की तरफ से अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग भी खारिज कर दी है। लालू के इस बयान के बाद आरजेडी-जेडीयू के बीच दरार और बढ़नी तय है।
लालू ने कहा है, ‘’जो भी हम पर या बच्चों पर आरोप लगे हैं. इसकी सफाई हम लोग बहुत पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दे चुके हैं। हर एक चीज की सफाई दी है। ईडी या इनकम टैक्स हमें बुलाएगा तो जवाब हम वहां देंगे।” उन्होंने कहा, ”केवल प्राथमिकी दर्ज हो जाने से कोई इस्तीफा नहीं देता। आरजेडी विधानमंडल दल ने फैसला कर लिया है कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है।”
Vidhaan mandal ne nirnay le liya hai ki Tejashwi Yadav ke isteefe ka sawal hi nahi hai: Lalu Prasad Yadav pic.twitter.com/cpYcpDtNC5
— ANI (@ANI_news) 14 जुलाई 2017
लालू यादव के इस बयान से साफ है कि वो जेडीयू की मांग को अब और ज्यादा नहीं सुनने वाली। जेडीयू बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों पर जनता के सामने सफाई की मांग कर ही रही थी कि कल जेडीयू नेताओं ने लालू यादव से संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग रख दी।
इससे बौखलाए लालू ने जेडीयू नेताओं को जवाब देते हुए कहा, ‘’लालू यादव का चल अचल संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक है सब सार्वजनिक है। कोई भी ऑनलाइन निकालकर देख सकता है नीतीश जी के यहां भी है।” लालू ने कहा, ”आरजेडी की ओर से महागठबंधन पर कोई आंच नहीं आने दिया जाएगी और जिसको जो करना है, करे।”
सोनिया से नहीं हुई कोई बात- लालू
कहा जा रहा था कि सोनिया गांधी ने महागठबंधन को बचाने के लिए लालू और नीतीश से फोन पर बातचीत की लेकिन लालू यादव ने सोनिया से बातचीत के दावे को खारिज कर दिया। लालू ने कहा, ‘’हमसे माननीय सोनिया गांधी जी की इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। इसका मैं पूरी तरह से पुरजोर खंडन करता हूं।’’
महागठबंधन में कोई दरार नहीं- कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कल देर शाम लालू से मिले। हालांकि उन्होंने मुलाकात की वजह राष्ट्रपति चुनाव बताया लेकिन आरजेडी-जेडीयू की कलह में कांग्रेस थर्ड अंपायर की भूमिका में दिखने की कोशिश कर रही है। अशोक चौधरी का कहना है, ‘’महागठबंधन अटूट है। महागठबंधन में कोई दरार नहीं है। जो बीजेपी के लोग प्रफुल्लित हो रहे हैं उनको प्रपुल्लित होने की कोई आवश्यकता नहीं है।
जेडीयू अब बहुत ज्यादा झुकने के मूड में नहीं
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी बिहार के डिप्टी सीएम हैं और सीबीआई ने लालू के साथ-साथ तेजस्वी और परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का वर्षो पुराना मामला अब दर्ज किया है। सीबीआई ने सात जुलाई को पटना सहित देशभर के 12 स्थानों पर छापेमारी की थी। लालू यादव ने संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक नहीं करने और आरोपों पर सार्वजनिक सफाई देने से इंकार कर जेडीयू को संकेत दे दिया है कि वो अब बहुत ज्यादा झुकने के मूड में नहीं है। ऐसे में अब महागठबंधन का भविष्य नीतीश के आखिरी फैसले पर निर्भर है।
शत्रु आए तेजस्वी के बचाव में
भ्रष्टाचार में फंसे डिप्टी सीएम तेजस्वी के बचाव में अब सांसद शत्रुघन सिंहा ने बड़ा बयान दिया है। डिप्टी सीएम का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ आरोपों के आधार पर तेजस्वी इस्तीफा क्यों दें? मेरी समझ है कि तेजस्वी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए। भाजपा सांसद ने एक बार फिर पार्टी लाइन से हटकर ये बयान दिया है।
शत्रु ने कहा चुनाव का दौर नहीं
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह वक्त बिहार में चुनाव का नहीं है, अभी समय राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव का है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं। तेजस्वी के पहले भी कई नेताओं पर आरोप लगे हैं। क्या उन्होंने इस्तीफा दिया है? सांसद सिन्हा ने कहा कि इससे पहले भी कई नेताओं पर प्राथमिकी हुई है और वे चार्जशीटेड भी हुए हैं। इसके बावजूद वे अपने पद पर बने हुए हैं। इससे अलग अब बिहार भाजपा के नेता तेजस्वी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं भाजपा नेता तो राजद के समर्थन वापस लेने पर जनता दल यू को बाहर से समर्थन देने की पेशकश तक कर चुके हैं।