ममता के सांसद पर गुस्साए धनखड़, बोले - 'मिस्टर गोखले... मैं बेहद दुखी हूं,

ममता के सांसद पर गुस्साए धनखड़, बोले – ‘मिस्टर गोखले… मैं बेहद दुखी हूं,

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को टीएमसी सांसद साकेत गोखले को सदन में ‘अमर्यादित’ व्यवहार दोहराने के खिलाफ चेतावनी दी। धनखड़ ने उस समय टीएमसी सांसद का नाम नहीं लिए, जब वह प्रश्नकाल के दौरान सदन में शोर कर रहे थे। उन्होंने टीएमसी के फ्लोर लीडर सुखेंदु शेखर से उन्हें अपने कक्ष में मिलने के लिए भी कहा।

गोखले जी आप ओरिएंटेशन कोर्स कर लें

सदन में साकेत गोखले ने ट्रेनों में भीड़भाड़ और सरकार ट्रेनों की क्षमता बढ़ाने के लिए क्या कर रही है? इस पर एक पूरक प्रश्न पूछा था। गोखले के इस सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनसे कहा कि उनका पूरक प्रश्न इस प्रश्न से संबंधित नहीं है। यह कोटिपल्ली-नरसापुर रेलवे परियोजना के कार्यान्वयन से संबंधित है। इसके साथ ही रेल मंत्री ने उन्हें सलाह दी कि वह एक ओरिएंटेशन कोर्स कर लें।

रेल मंत्री की बात का माना बुरा

रेल मंत्री ने कहा कि मैं आपसे माननीय सदस्य के लिए एक ओरिएंटेशन कोर्स आयोजित करने का अनुरोध करता हूं, क्योंकि जब कोई पूरक प्रश्न पूछा जाना होता है, तो वह प्रश्नों से संबंधित होना चाहिए। गोखले ने वैष्णव की इन टिप्पणियों का बुरा माना और शोर करना शुरू कर दिया।सभापति जगदीप धनखड़ ने सुखेंदु शेखर को बोलने के लिए कहते हुए कहा, “मिस्टर गोखले, आपका आचरण अपमानजनक, अमर्यादित और नियमों के खिलाफ है। आपकी पार्टी के नेताओं को आपको समझाने की जरूरत है। मैं बेहद दुखी हूं। फ्लोर लीडर से यह उम्मीद की जाती है कि वह युवा सदस्यों को समझाए।

चिल्लाने वाली भीड़ का हिस्सा नहीं बनें

धनखड़ ने कहा कि मिस्टर सुखेंदु शेखर मैं आपसे अपील करता हूं कि आप इस मामले को अपने संसदीय दल में उठाएं, इस मामले को अपने नेतृत्व के साथ उठाएं। मैं सभी राजनीतिक दलों का बहुत सम्मान करता हूं। मैं चाहता हूं कि यह सदन सरकार को जवाबदेह बनाए लेकिन आपको चिल्लाने वाली भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए।

सुखेंदु ने नहीं किया साकेत गोखले का समर्थन

सुखेंदु शेखर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उनकी पार्टी के सदस्य द्वारा उठाया गया प्रश्न मुख्य प्रश्न से संबंधित नहीं हो सकता है, लेकिन रेल मंत्री यह भी तो कह सकते थे कि चूंकि यह उस प्रश्न से संबंधित नहीं है, इसलिए वह इसका उत्तर नहीं दे सकते। लेकिन उन्होंने उत्साह में कहा कि उन्हें ओरिएंटेशन कोर्स करना चाहिए। मेरे सदस्य ने जो कहा है मैं उसका समर्थन नहीं कर रहा हूं।

इस तरह का आचरण दोबारा नहीं हो

सभापति धनखड़ ने कहा कि मैं सुखेंदु शेखर रे से आग्रह करूंगा कि वे सदन की मर्यादा बनाए रखें। मैं इस मामले को बहुत गंभीरता से लेता हूं। धनखड़ ने कहा कि इस तरह का आचरण दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए ताकि सदन का समय बर्बाद न हो।

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