केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी । इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन, सामाजिक दूरी और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि चीन से कोरोना संक्रमण आया लेकिन अभी इसका कोई वैक्सीन नहीं मिला है। इसलिए जब तक वैक्सीन नहीं मिलता तब तक हमें एक तरह से कोरोना के साथ ही जीना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना, 2 गज की दूरी रखना ये सारी बातें अभी सामान्य हो गयी है। समाज ने 40 दिन में ये बहुत अच्छे से सीख लिया है। जावड़ेकर ने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन समाप्त होगा सारे उद्योग शुरू होंगे। भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और देश में आतंरिक मांग बहुत है। 130 करोड़ जनता ही मार्केट है। उन्होंने आगे कहा कि निर्यात में हमारा हिस्सा 1% ही था और वह खत्म नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि भारत में मांगों में कटौती नहीं होने वाली है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कुछ लोगों ने भारत और बंगाल के बीच युद्ध करना चुना है। हमें युद्ध में कोई रुचि नहीं है न ही हमें बहस में रुचि है। उन्होंने कहा कि “संकट के इस दौर में हमें परेशानी को हल करने में रुचि है। हम हर राज्य की मदद करना चाहते हैं। हर राज्य चाहे उसमें बीजेपी की सरकार हो या गैर-बीजेपी सरकार।”
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उन्होंने बताया कि कई संक्रमण तब्लीगी जमात से हैं। मुझे नहीं लगता कि इसका धर्म से कोई लेना-देना है। ये एक घटना की पहचान करना है जिससे देश में संक्रमण बढ़ा है।” उन्होंने कहा कि “मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए गैर जरूरी विवाद पैदा किया गया। राजनीतिक रूप से डिजाइन प्रयासों से भारत और अरब के बीच अंतर पैदा करने की कोशिश की गई लेकिन ये सफल नहीं हुए क्योंकि हमारी दोस्ती की बुनियाद बहुत मजबूत है। महामारी धर्म नहीं देखती। “