सोशल मीडिया पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को लेकर भ्रामक संदेशों की बाढ़ और अफवाहों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस मतगणना के दौरान राज्य के चप्पे चप्पे पर शरारती तत्वों पर कड़ी निगाह रखेगी।
पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बुधवार को यहां पत्रकारों को बताया कि गाजीपुर, मऊ,चन्दौली, आजमगढ़ और झांसी में ईवीएम को लेकर सोशल मीडिया पर प्रसारित भ्रामक संदेशों को लेकर असहज स्थिति उत्पन्न करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय द्वारा सीएपीएफ एवं पीएसी कम्पनियों का आवंटन किया गया है।
उन्होने कहा कि राज्य के सभी जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक से मतगणना केन्द्रों की सुरक्षा व्यवस्था के लिये सीएपीएफ, पीएसी एवं अन्य पुलिस बलों को लगाया गया है। साथ ही, स्ट्रांग रूम/मतगणना केन्द के द्वितीय चक्र की सुरक्षा में पीएसी एवं सिविल पुलिस को लगाया गया है।
मतगणना केन्द के बाहर तृतीय चक्र की सुरक्षा में 100 मीटर का दायरे में सिविल पुलिस, पीएसी एवं होमगाडर्स लगायी जायेगी। मतगणना केन्द्रों पर माइंस डिटेक्टर, मेटल डिटेक्टर के अलावा डॉग स्क्वॉयड लगाये गये है। मतगणना केन्द, पर आउटर कॉर्डन, इनर कॉर्डन, आइसोलेशन कॉर्डन बनाकर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था (थ्री टियर कॉर्डन) की व्यवस्था की गयी है जिससे कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति मतगणना केन्द, में प्रवेश न कर सके। प्रत्येक मतगणना एजेण्ट फोटोयुक्त अधिकृत पहचान पत्र धारण करेगा व उसको बिना पहचान पत्र के मतगणना केंद्र की सुरक्षा का प्रथम घेरा (आउटर कॉर्डन) कदापि पार करने नहीं दिया जाएगा।
उन्होने कहा कि प्रत्येक प्रत्याशी, उनके मतगणना एजेण्टों व मतगणना में लगे सभी कर्मियों की पहचान भी उनके पहचान पत्रों द्वारा प्रथम बाहरी कॉर्डन में ही सत्यापित की जाएगी। मुख्य प्रवेश द्वार के पास इस प्रकार की व्यवस्था की जायेगी कि मतगणना में लगे सभी कर्मियों व उम्मीदवार/एजेण्टों की तलाशी (फ्रिसि्कंग) कर ली जाए। यह कार्य स्थानीय पुलिस द्वारा किया जाएगा।
मतगणना केन्द, के बाहर एकत्र भीड़ के नियंत्रण के लिये पर्याप्त पुलिस बल आवश्यक संसाधन समेत तैयार रहेगा। मतगणना परिसर के अन्दर प्रत्याशियों, उनके अधिकृत एजेण्टों, मीडिया एवं मतगणना कार्य में नियोजित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मतगणना के दौरान वहां उपस्थित प्रत्याशियों, उनके निर्वाचन एजेन्टों एवं मतगणना एजेन्टों पर पैनी निगाह रखी जायेगी।
उन्होने बताया कि परिणाम की घोषणा के उपरान्त कोई भी विजय जुलूस अनुमन्य नहीं है। पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाएगी, जिससे विजयी प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों द्वारा विजय जुलूस नहीं निकाला जा सके।