भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। रविवार को दो दिवसीय दौरे पर त्रिपुरा आए अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान जब उनसे भागवत के बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने पूरा सवाल सुने बिना ही टिप्पणी करने से मना कर दिया।
शाह ने कहा कि उन्हें भागवत के इस बयान को कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने फोन पर एक मैसेज देखा है बस। बता दें कि कल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था, “उनका मिलिट्री संगठन नहीं है, लेकिन देश को जरूरत पड़ेगी तो उनके स्वंयसेवक सेना से पहले ही तीन दिन में तैयार हो जाएंगे।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शाह ने राज्य सरकार के साथ-साथ कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीपीएम को जिताने के लिए कांग्रेस की साजिश है और कांग्रेस पार्टी कटुआ की भूमिका में है। त्रिपुरा के विकास का नया युग शुरू होगा और बीजेपी का वादा है कि हर घर में रोजगार होगा व एम्स में अस्पताल बनेगा।
अमित शाह ने कहा, “राज्य में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी की बनने जा रही है। सीपीआईएम के 25 साल के कार्यकाल में सात लाख से अधिक लोग बेरोज़गार है। इतने छोटे से राज्य में जिस प्रकार से बरोज़गार की संख्या बड़ी है, उसका जवाब माणिक सरकार के पास नहीं है।” उन्होंने कहा कि राज्य में हालात बद से बदतर हो गए हैं। आपको बता दें कि त्रिपुरा में 18 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी बाबत अमित शाह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे।
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