राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को केंद्र सरकार से प्याज निर्यात पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल हटाने की मांग करते हुए कहा कि सरकार किसानों की कड़ी मेहनत को नजरअंदाज कर रही है।
HIGHLIGHTS
- सरकार ने 31 मार्च तक के लिए प्याज के निर्यात पर लगा दी है रोक
- देश के कई हिस्सों में सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं किसान
- ‘किसानों को एकजुट होकर अपनी मांग बुलंद करने की जरूरत’. बोले शरद पवार
सरकार ने हाल ही में प्याज के निर्यात पर अगले साल 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी है। सरकार ने यह कदम प्याज की घरेलू कीमतों को काबू में रखने और उपलब्धता बढ़ाने के मकसद से उठाया है। लेकिन प्याज उत्पादक किसान इस फैसले से खुश नहीं हैं और देश के कई हिस्सों में इसका विरोध कर रहे हैं। महाराष्ट्र के नासिक जिले में भी प्याज उत्पादक किसान इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
पवार ने प्याज उत्पादन के लिए देशभर में अग्रणी नासिक जिले के चंदवाड गांव में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को एकजुट होकर अपनी मांग बुलंद करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में नासिक रास्ता दिखा सकता है।’’ पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कहा कि प्याज की खेती करने वाले छोटे किसान हैं और अच्छी फसल के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री रहते समय उन्होंने कभी भी प्याज की कीमतों को नीचे लाने या उसके निर्यात पर रोक लगाने की कोशिश नहीं की थी। पवार ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार का प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।’’ इसके साथ ही अंगूर उत्पादक किसानों के लिए हालात प्रतिकूल होने का अंदेशा जताते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने अपने यहां अंगूर के आयात पर 160 रुपये का शुल्क लगा दिया है। इससे अंगूर उत्पादक किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।