कश्मीर पहले विश्व सेब सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस इवेंट में हर उम्र के लोगों के लिए सेब से जुड़ी अलग-अलग गतिविधियां और इवेंट शामिल होंगे। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में पहला विश्व सेब सम्मेलन 24 से 26 जून तक आयोजित किया जाएगा। आयोजकों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुणे स्थित एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ)‘सरहदी’और सोपोर एप्पल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी इस आयोजन में शामिल होने वाली हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के सेब उत्पादकों को सशक्त और मजबूत करना है, जो पिछले पांच-छह मौसम में अपनी उपज की कीमतों में असामयिक गिरावट के कारण भारी नुकसान का सामना कर रहे हैं। विश्व सेब सम्मेलन के निदेशक डॉ। शैलेश पगारिया ने कहा कि सेब उत्पादकों को अपने नुकसान से उबारने के लिए और प्रेरित करने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
कठिनाइयों से बचाने के लिए सम्मेलन आयोजित किया जाएगा
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल, सेब की कीमतें उम्मीद से नीचे गिर गईं, जिससे पूरे राज्य में किसानों को नुकसान हुआ इसलिए, प्राकृतिक आपदाओं, कम फसल की उपज, कमजोर बाजार और भंडारण के मुद्दों जैसी अचानक कठिनाइयों से बचाने के लिए सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसके माध्यम से सेब किसानों को फसल के प्रभाव और वित्तीय नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी। इस सम्मेलन का मुख्य़ फोकस किसानों को फसल बीमा, मूल्यवर्धन, कोल्ड स्टोरेज, रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और एकीकरण पर शिक्षित करने को लेकर होगा।
राजमार्गों का निर्माण करना और परिवहन को मजबूत करना है
पगरिया ने कहा कि सेबों को बाजारों तक पहुंचाने का सबसे अच्छा समाधान अच्छी गुणवत्ता वाले राजमार्गों का निर्माण करना और परिवहन को मजबूत करना है। सोपोर एप्पल फार्मर प्रोड्यूसर्स कंपनी के चेयरमैन आदिल मलिक ने कहा कि पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज की सुविधा भी उपज को बाजारों तक पहुंचने में अधिक समय दे सकती है। सरहद के संस्थापक अध्यक्ष संजय नाहर ने कहा कि प्रासंगिक क्षेत्रों में जाने-माने, प्रमुख शोधकर्ता और शिक्षाविद इस आयोजन का शामिल होंगे और सेब उद्योग द्वारा सामना किए जा रहे प्रमुख मुद्दों के समाधान में योगदान देंगे। सम्मेलन शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद, में आयोजित किया जाएगा।