सुदूर क्षेत्रों तक शिक्षा और स्वास्थ्य पहुंचे इसके लिए हम सब को साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर विकास के लिए सरकार के साथ जन भागीदारी और सबका सहयोग भी जरूरी है। मुख्यमंत्री रघुवर दास आज माइकल जान सभागार बिष्टुपुर में मारवाड़ी समाज के 6ठे प्रांतीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल्हान क्षेत्र को हम अन्य क्षेत्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में विकसित करें।
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यहां के हर घर का बच्चा स्कूल जाये और उसका स्वास्थ्य अच्छा रहे। श्री दास ने कुपोषण से हो रही मृत्यु के विषय पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमें कम उम्र में लड़कियों की शादी न करें इससे उसका शारीरिक विकास नही हो पाता है और उनके बच्चे कुपोषित होते हैं जिस कारण मां या बच्चे की मृत्यु हो जाती है। यह काफी दुख का विषय है। हमारी सरकार ने लड़कियों के विकास हेतु अभियान चलाया है कि पहले पढ़ाई फिर विदाई।
उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए समय के साथ सोच बदलना जरुरी है जो समाज नहीं बदलता है उसका विकास अवरुद्ध हो जाता है। इसलिए बदलाव होते रहना चाहिए। इस अवसर पर श्री दास ने कहा कि हमारी सरकार ने 10 करोड़ का मुख्यमंत्री फेलोशिप शुरु किया है जो उच्च शिक्षा के लिए है वैसे बच्चे जो दूसरे राज्यों में पढऩे जाते हैं और उनके पास पढ़ाई के लिए पैसो का अभाव है वैसे बच्चों को इसका लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जब हम 2022 में स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे तो उस समय स्वास्थ्यए शिक्षाए भोजन एवं आवास से कोई भी व्यक्ति वंचित ना रहे ऐसा भारत का निर्माण हमें करना है। श्री रघुवर दास ने कहा कि हमारे पास दुमका में बड़ा सदर अस्पताल बना हुआ हैए देवघर में एम्म्स अस्पताल बनने जा रहा है। उक्त दोनों के संचालन की जिम्मेवारी निभाना हमारी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि समाज के लोग स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग दें। एम्बुलेंस आदि का दान और संचालन पवित्र कार्य है। राज्य के सबसे गरीब को ध्यान में रखकर हम काम करें।