ममता बनर्जी ने मतदान के दिन नंदीग्राम में बूथ पर गड़बड़ी होने की शिकायत के बाद अब केंद्रीय चुनाव आयोग ने जवाब दिया है। आयोग ने कहा है कि ममता बनर्जी ने जो आरोप लगाए थे उनमें कोई सत्यता नहीं पाई गई है। चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि बीएसएफ जवानों नेपोलियन के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी की इसका भी कोई सबूत नहीं मिला। इस दौरान ना ही कोई बाहरी व्यक्ति पोलिंग बूथ के अंदर गया।
ममता ने नंदीग्राम में प्राइमरी स्कूल में बने बूथ नंबर-7 में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि नंदीग्राम में बूथ नंबर 7 पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ, यहां किसी भी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई है। आयोग ने कहा, पोलिंग बूथ के अंदर मौजूद अधिकारियों की रिपोर्ट के मुताबिक भी ना तो कोई गुंडा और ना ही कोई हथियार लिया हुआ शख्स पोलिंग बूथ के अंदर पहुंचा। इस दौरान कहीं कोई चिंता भी नहीं हुई और ना ही किसी तरह से वोटिंग रुकी थी। ममता बनर्जी की मौजूदगी के दौरान उनके पक्ष और विपक्ष में नारेबाजी जरूर हुई लेकिन उसका असर है वोटिंग पर नहीं पड़ा था।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि उन्होंने हाथ से लिखकर जो शिकायत दी है वह पूरी तरह से गलत है क्योंकि ऐसा कोई भी सबूत सामने नहीं आया है। यह दुख की बात है कि इस तरीके का माहौल बनाया जा रहा है और वह भी मौजूदा मुख्यमंत्री के द्वारा। मुख्यमंत्री को भी समझना चाहिए कि इस तरीके की घटनाएं प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब कर सकती है और यह सब तब हो रहा है जब पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं।
ममता बनर्जी ने 1 अप्रैल को चुनाव आयोग से चिट्ठी लिखकर शिकायत की थी कि बूथ नंबर-7 में सेंट्रल फोर्स के जवानों ने वोटर को वोट डालने नहीं दिया। उस दिन ममता बूथ के बाहर धरने पर भी बैठ गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि बूथ पर बीजेपी ने बंदूकधारी गुंडे भी बुलाए थे।