भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को केरल के सोना तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका को लेकर सवाल उठाए। केरल की एलडीएफ सरकार को उन्होंने ‘‘अक्षम और भ्रष्ट’’ करार देने के साथ ही साथ इसे ‘‘हिंसा’’ में यकीन रखने वाली सरकार बताया और आरोप लगाया कि विजयन ने कोविड-19 से संबंधित आंकड़ों को छुपाया और राज्य में परिस्थिति को बिगाड़ने का काम किया।
केरल के कासरगोड में पार्टी कार्यालय ‘‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंदिर’’ के उद्घाटन अवसर पर आयोजित एक डिजिटल रैली को दिल्ली से संबोधित करते हुए नड्डा ने केरल की सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को एक ही सिक्के के दो पहलू करार देते हुए केरल की जनता से भाजपा को आशीर्वाद देने की अपील की।
दक्षिण के इस राज्य में भाजपा भले ही कोई खास छाप नहीं छोड़ सकी हो लेकिन हाल के चुनावों में भाजपा को मिले वोट प्रतिशत का जिक्र करते हुए नड्डा ने आरोप लगाया कि कैसे पार्टी को किनारे लगाने के लिए एलडीएफ और यूडीएफ ने हाथ मिला लिया। उन्होंने विश्वास जताया कि केरल में भाजपा अपनी जीत को लेकर दृढ़ संकल्प है।
उन्होंने कहा कि चाहे एलडीएफ हो या यूडीएफ हो, चाहे वामपंथी हों या कांग्रेसी, सबने देश की समस्याओं को आत्मसात करके आगे बढ़ने का काम नहीं किया बल्कि देश को धोखे में रखा। ‘‘समय आ चुका है लोग भाजपा के साथ जुड़ें। मैं केरल की जनता से अपील करना चाहूंगा। छोड़िए एलडीएफ, छोड़िए यूडीएफ। केरल को मजबूत बनाने के लिए भाजपा से जुड़िए।’’
प्रदेश की राजनीति में तूल पकड़ चुके सोना तस्करी मामले, जिसकी जांच एनआईए कर रही है, का जिक्र करते हुए नड्डा ने मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विजयन ने मामले की विस्तृत जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे यहां एक कहावत है-चोर की दाढ़ी में तिनका। इसका मतलब है कि कहीं न कहीं मुख्यमंत्री का कार्यालय भी इसमें संलिप्त है। सोने का रंग हर जगह पीला है लेकिन केरल में यह लाल, लाल और लाल है।’’
भाजपा अध्यक्ष ने केरल सरकार पर सबरीमला के श्रद्धालुओं के विश्वास को ‘‘बर्बाद’’ करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वामपंथी सरकार द्वारा गुरुवायूर मंदिर देवस्थानम प्रबंधन को मुख्यमंत्री राहत कोष में कोष जमा करने के लिए ‘‘बाध्य’’ किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह न सिर्फ असंवैधानिक है बल्कि श्रद्धालुओं द्वारा दी गई दानराशि का अपमान और उनके साथ धोखा भी है। ’’
नड्डा ने इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो केरल के वायनाड से ही सांसद हैं, पर भी हमला बोला और चीन के साथ चल रहे गतिरोध को लेकर उनके द्वारा की जा रही मोदी सरकार की आलोचना पर आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं। उत्तर प्रदेश के लोगों ने उन्हें उत्तर दे दिया है। आजकल उनको बहुत ज्यादा देश प्रेम उमड़ आया है। चीन के बारे में बार-बार प्रश्न करते हैं। एक ही बात याद दिलाना चाहता हूं। भारत की जनता जानती है जब डोकलाम में गतिरोध चल रहा था उस समय चुपके-चुपके आप चीनी राजदूत से मिल रहे थे।’’
कांग्रेस नेता पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा कि इस मुलाकात की जानकारी उन्होंने खुद सार्वजनिक नहीं की बल्कि देश को तब पता चला जब चीनी राजदूत ने अपनी वेबसाइट पर इससे संबंधित तस्वीर लगाई।