मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य के कैबिनेट मंत्रियो के साथ आयोध्या राममंदिर के रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने यहा मीडिया को बताया हम हम भाग्यशाली हैं कि हम अयोध्या का दौरा करने में सक्षम हुए… हमारी हार्दिक इच्छा थी कि हम पूरी कैबिनेट के साथ अयोध्या का दौरा कर सकें। हमने आज के लिए अपना एजेंडा पूरा किया जिसके बाद हम अयोध्या के लिए रवाना हुए। दर्शन करने के बाद , हम सभी राज्य लौटेंगे।
- मध्य प्रदेश का भगवान राम से पुराना नाता
- 22 जनवरी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न
- भव्य मंदिर में भगवान राम लला के दर्शन
राज्य के श्रद्धालुओं के रहने के लिए एक विश्राम गृह
उन्होंने आगे कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार जगह उपलब्ध कराती है तो राज्य सरकार वहां यात्रा करने वाले राज्य के श्रद्धालुओं के रहने के लिए एक विश्राम गृह बनाना चाहती है। सीएम ने कहा, “हमारे मध्य प्रदेश का भगवान राम से पुराना नाता है। हमारे कैबिनेट मंत्री भगवान राम का आशीर्वाद लेंगे और राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। हमारी इच्छा है कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार हमें वहां जमीन दे दे तो हम वहां मध्य प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के रहने के लिए एक धर्मशाला बनवाएंगे।
विक्रमादित्य के नाम पर एक घाट
हम वहां विक्रमादित्य के नाम पर एक घाट भी बनवाना चाहते हैं. इसके साथ ही मैं उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगर यूपी सरकार या कोई अन्य राज्य सरकार मध्य प्रदेश में किसी भी धार्मिक स्थल पर धर्मशाला, घाट बनाना चाहती है या सार्वजनिक उपयोगिता का काम करना चाहती है, तो हम इसके लिए जगह उपलब्ध कराएंगे। इससे पहले मंत्रालय में आयोजित कैबिनेट बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए विशेष दिन है क्योंकि उन्हें अयोध्या जाने का अवसर मिला है ।आज का दिन हमारे लिए विशेष है। यह हम सभी का सौभाग्य है कि 500 वर्षों के इंतजार के बाद 22 जनवरी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई और आज हमें अयोध्या धाम जाने का अवसर मिल रहा है। भव्य मंदिर में भगवान राम लला के दर्शन करें।
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