तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद राजनीति पूरी तरह गरमा चुकी है। सभी राजनितिक दलों से उन्हें तरह – तरह की प्रतिक्रियाओ का समाना करना पड़ रहा, कोई पक्ष में है तो कोई विपक्ष में और कुछ ने इस मुद्दे से ही अपने को दूर कर लिया है यानि की कुछ भी कहने से परहेज कर रहे है। वही कुछ नेता बेबाकी से अपनी बात रख रहे है।
सीएम एमके स्टालिन का बहुत आदर
पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले कहा, “मैं तमिलनाडु की जनता, सीएम एमके स्टालिन का बहुत आदर करती हूं। हर धर्म की अलग-अलग भावनाएं होती हैं। भारत ‘अनेकता में एकता’ के बारे में है, जो हमारा मूल है। “हमें ऐसे किसी भी मामले में शामिल नहीं होना चाहिए, जिससे लोगों के एक वर्ग को ठेस पहुंचे।
मैं सनातन धर्म का सम्मान करती
मुख्यमंत्री बनर्जी ने आगे कहा, “मैं सनातन धर्म का सम्मान करती हूँ। हम पूजा पाठ करने वाले पुरोहितों को पेंशन देते हैं। बंगाल में दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। हम मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च में जाते हैं। मुझे लगता है कि हमें हर धर्म का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”निंदा करने के बजाय, सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि हमें ऐसी कोई भी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे लोगों के बड़े या छोटे वर्ग को ठेस पहुंचे।
क्या कहा था स्टालिन ने
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू के बुखार से की थी और कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इन्हें खत्म कर देना चाहिए।