ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘विकसित भारत’ और देश की प्रगति की बात करते हैं, लेकिन देश में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी है। ओवैसी ने यहां पार्टी मुख्यालय में एआईएमआईएम के स्थापना दिवस कार्यक्रम में दावा किया कि भाजपा के पास अपनी उपलब्धियों के तौर पर दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है।
- भारतीय युवाओं को यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर
- मुसलमानों को बदनाम करके युवाओं को गलत संदेश
- एआईएमआईएम अन्याय के खिलाफ लड़ती
3,000 युवाओं ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद के लिए किया आवेदन
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 50 हजार पदों के लिए 50 लाख युवाओं ने आवेदन किया। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में पीएचडी करने वाले 3,000 युवाओं ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद के लिए आवेदन किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने क्या किया है? वह कहेंगे कि ‘अच्छे दिन’ आ गए हैं। हमने ‘विकसित भारत’ बनाया है। हमने पूरी दुनिया में भारत को गौरवान्वित किया है। मैं नरेन्द्र मोदी से कहना चाहता हूं कि आपने रोजगार पैदा नहीं किया बल्कि युवाओं को बेरोजगार बना दिया।
भारतीय युवाओं को यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर
उन्होंने दावा किया कि हजारों भारतीय युवा इजराइल में काम करने के लिए तैयार हैं जहां युद्ध चल रहा है। उन्होंने कहा, इजराइल नरेन्द्र मोदी से कहता है कि हमें भारत के युवा दे दो। मोदी जी, यह कैसा विकसित भारत है? रूसी सेना में नौकरी दिलाने का वादा करके भर्ती एजेंट द्वारा रूस भेजे गए भारतीय युवाओं को यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किए जाने संबंधी मीडिया की खबरों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि यदि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने नौकरियां सृजित की हैं तो युवा रूस क्यों जाएंगे।
मुसलमानों को बदनाम करके युवाओं को गलत संदेश
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आपने नौकरियां दी हैं, तो हमारा नारायणपेट (तेलंगाना) का मोहम्मद सूफियां…रूस क्यों जाएगा? हमारे गुजरात का बेटा रूस क्यों जाएगा, जो युद्ध में मारा गया? बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को बदनाम करके युवाओं को गलत संदेश दिया जा सकता है लेकिन युवाओं के सपने पूरे नहीं होते। औवेसी ने कहा कि एआईएमआईएम की कोशिश रही है और करती रहेगी कि नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री न बनें। उन्होंने दावा किया कि मस्जिदों को छीनने की कोशिश की जा रही है और समान नागरिक संहिता की बात की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘सीएए (संशोधित नागरिकता अधिनियम) के नियम बनने से हम अपने ही देश में दस्तावेज दिखाने के लिए मजबूर हो जायेंगे।
एआईएमआईएम अन्याय के खिलाफ लड़ती
उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम अन्याय के खिलाफ लड़ती है। उन्होंने संसद में ‘बाबरी मस्जिद जिंदाबाद’ कहने को याद किया। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर आपत्ति जताने वाले ओवैसी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहेंगे कि हिंदू अविभाजित परिवार कर छूट केवल एक समुदाय को क्यों दी जाती है और मुसलमानों को क्यों नहीं दी जाती। उन्होंने कहा, ‘‘आपने उसमें 3,000 करोड़ रुपये दिए हैं। मुझे भी दे दीजिए। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तराखंड सरकार केवल मुसलमानों को उनके धर्म से दूर करने की कोशिश कर रही है।
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