मध्य प्रदेश के सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस के सभी बागी विधायक मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सामने आए। सभी 16 विधायक बेंगलुरु के रिजॉर्ट में रुके हुए हैं। विधायकों ने रिजॉर्ट में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कई तरह के सवाल खड़े किए। साथ ही उन्होंने खुद के बंधक बनाए जाने की खबरों का खंडन किया।
बागी विधायकों ने एक-एक करके कमलनाथ सरकार पर उनकी बात न सुने जाने का आरोप लगाया। विधायकों का कहना है कि हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। बीजेपी में शामिल होने को लेकर मीडिया द्वारा किए गए सवाल पर विधायकों का कहना है कि अभी उन्होंने बीजेपी में जाने पर फैसला नहीं लिया है, वे इसपर विचार करने के बाद फैसला करेंगे।

मध्यप्रदेश के विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, कमलनाथ जी ने हमें 15 मिनट भी नहीं सुना। फिर हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए किससे बात करनी चाहिए? वहीं विधायक इमरती देवी ने कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता हैं। उन्होंने हमें बहुत कुछ सिखाया। मैं हमेशा उसके साथ रहूंगी भले ही मुझे कुएं में कूदना पड़े।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में सियासी घमासान अपने चरम पर है। कमलनाथ सरकार को सोमवार को राज्य विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामने करने था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सदन को 26 मार्चा तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
वहीं फ्लोर टेस्ट कराए जाने कि मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। दायर पर कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होनी है। राज्यपाल लालजी टंडन की ओर से कमलनाथ सरकार को 17 मार्च तक बहुमत साबित करने को कहा गया है।