मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व संसद सदस्य कैलाश सारंग का शनिवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर भाजपा के लिए एक बड़े झटके के रूप में आई, खासकर मध्य प्रदेश इकाई के लिए। कैलाश सारंग लंबे समय से अस्वस्थ थे और लगभग 2 महीने पहले उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भोपाल के एक अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें मुंबई ले जाया गया।
उनके पुत्र विश्वास सारंग मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हैं। कैलाश सारंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक किताब भी लिखी थी, जिसका शीर्षक था ‘नरेंद्र से नरेंद्र’। सारंग के शव को रविवार को मुंबई से भोपाल लाया जा चुका है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिवंगत नेता स्वर्गीय कैलाश सारंग का पार्थिव शरीर स्टेट हैंगर भोपाल पहुंचने पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय कैलाश सारंग के दोनों बेटों विवेक सारंग और विश्वास सारंग के साथ ही सारंग परिवार के शोकाकुल सदस्यों को ढांढस बंधाया।
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा, “हमारे प्रिय बाबूजी कैलाश सारंग जी, जो हमारे सभी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शक थे, जिन्होंने मुझे एक पिता की तरह स्नेह, प्यार और आशीर्वाद दिया, उनका आज निधन हो गया। मेरा दिल व्यथित है और मन दर्द से भर गया है। भगवान उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दें। “
इसके अलावा एक और ट्वीट में सीएम शिवराज ने लिखा कि “आदरणीय कैलाश सारंग के निधन से, हमने जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी का एक बहुत महत्वपूर्ण स्तंभ खो दिया है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से हर समय मेरा मार्गदर्शन किया। उनके जाने के कारण, मध्य प्रदेश की राजनीति में बहुत बड़ा शून्य पैदा होगा। जो कभी भर नहीं पाएगा। कैलाश सारंग जी ने अपना पूरा जीवन जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी और समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।
सांसद व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “कर्तव्यनिष्ठ, कुशल संगठक, परोपकारी, लेखक, पत्रकार, कवि, मुझे क्या नाम देना चाहिए? उनका निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। पितृ तुल्य, श्रद्धेय कैलाश सारंग जी ने अपने जीवन का एक-एक क्षण जनसेवा और प्रदेश की उन्नति के लिए समर्पित कर दिया था। ।” उनके बिना, मध्य प्रदेश हमेशा अधूरा महसूस करेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”