संशोधित नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में मुंबई के उपनगर जोगेश्वरी में रविवार को हजारों लोग इकट्ठा हुए। उन्होंने पिछले रविवार को दिल्ली में जेएनयू परिसर में हमले की भी निंदा की, जहां नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों और अध्यापकों पर हमला किया था।
टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीआईएसएस) के पूर्व महासचिव फहद अहमद ने बताया कि सारे लोग ‘हम भारत के लोग’ के तत्वावधान में मिल्लत नगर इलाके में जमा हुए।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री हमसे बात क्यों नहीं कर रहे। वह क्यों संवाद नहीं कर रहे? गोरे भी जब शासन करते थे तो भारतीयों से बात करते थे, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री गरीब लोगों से बात नहीं करते।’’ अभिनेता सुशांत सिंह भी इस मौके पर बोले। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस देश के लोग हैं और ऐसे कदम (सीएए) हमारे देश की छवि को खराब कर रहे हैं।’’
प्रदर्शन में लोग इस तरह के नारे लगा रहे थे ‘‘मैं गुजरात से हूं 2002 में मेरे कागजात जल गए। सीएए नहीं चाहिए। एनआरसी का बहिष्कार। भारत को बांटना बंद करो, हमें मत बांटो। संविधान की रक्षा हो।’’ आयोजन पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात थे।